लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार इन दिनों कोरोना नियंत्रण और उचित स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दे रही है। संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण अस्पताल में स्थिति सामान्य नहीं है। लगातार ऑक्सीजन और बेड के लिए मरीज इधर-उधर भटक रहे हैं।
सर्वे के माध्यम से मिलेगी जानकारी
ऑक्सीजन की सप्लाई और इस्तेमाल पर नजर रखने के लिए विशेष सर्वे करने की योजना बनाई जा रही है। यह कार्य उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर हो रहा है। इसे करने के लिए पूरे प्रदेश में लेखपाल, तहसीलदार अमीन जैसे अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। बढ़ते संकट को ध्यान में रखते हुए सही जानकारी उपलब्ध रखना सरकार की प्राथमिकता है।
बेड और ऑक्सीजन का पता चलेगा स्टेटस
पूरे प्रदेश में सर्वे के माध्यम से खाली बेड की संख्या, ऑक्सीजन की खपत, उपलब्धता और अन्य जरूरी दवाइयों की जानकारी इकट्ठा की जाएगी। इसकी रिपोर्ट बनाकर सरकार को देना होगा। जिसके बाद उचित कदम उठाए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं ज्यादा बेहतर नहीं हैं। ऐसे में सर्वे के माध्यम से हर जिले की स्थिति पर नजर रखी जाएगी।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उत्तर प्रदेश के 45 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की बात कही गई। इसके लिए पीएम केयर्स फंड से मदद दी जाएगी। इसके अलावा अन्य राज्यों से आने वाले ऑक्सीजन को भी जिलों में जरूरत के हिसाब से पहुंचाया जा रहा है। सर्वे का मुख्य उद्देश्य जमीन पर ऑक्सीजन की वास्तविक खपत और उपलब्धता का सही आंकड़ा तैयार करना है। इसके साथ ही मरीजों के लिए बेड की संख्या पर भी सही जानकारी प्राप्त करनी है।