नई दिल्ली। पहली अंत्योदय एक्सप्रेस मुंबई से टाटानगर के बीच और दूसरी एर्नाकुलम से हावड़ा के बीच चलाई जाएगी। बुधवार को अंत्योदय के लिए बने नये ‘दीनदयालु’ कोचों का निरीक्षण करते हुए रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि सरकार ने बजट में चार रेल यात्री सेवाओं की घोषणा की थी। पहले हमसफर को लांच किया गया और अब अंत्योदय लाई जा रही है ।
उल्लेखनीय है कि अंत्योदय एक्सप्रेस एक सुपरफास्ट ट्रेन है जिसमें 24 डिब्बे हैं, सभी अनारक्षित हैं। ट्रेन में वाटर प्यूरीफायर और बायो टॉयलेट के अलावा भी बहुत कुछ नया है।
अंत्योदय एक्सप्रेस सुविधाओं के साथ दिखने में भी काफी आकर्षक है। ट्रेन के बाहरी डिब्बों पर लाल और पीले रंग से विनाइल कोटिंग किया गया है।प्रभु ने कहा कि अंत्योदय आम आदमी के लिए बनी है। इसके कोचों में प्रथम श्रेणी जैसी सुविधायें मुहैया कराई जा रही है। किराये के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह जल्द तय किया जाएगा। हालांकि यह माना जा रहा है कि इसका किराया मेल और एक्सप्रेस गाड़ियों से ज्यादा होगा। रेलवे का कहना है कि इन कोचों के रख-रखाव में ज्यादा खर्च होगा, ऐसे में इनके लिए विशेष किराया होना अनिवार्य है। यानि यह माना जाए कि इसका किराया समान्य से यह 10 से 15 प्रतिशत अधिक हो सकता है।
Railway Minister @sureshpprabhu dedicates coaches of #AntyodayaExpress to the nation, at Delhi Safdarjung Station https://t.co/MigJEqvKRn pic.twitter.com/Uy1W0tCFSP
— PIB India (@PIB_India) February 22, 2017
रेलवे ने अंत्योदय के लिए दीनदयालु कोच का प्रस्ताव 2016 में रखा था। इस कोच की खासियत ये है कि इसकी सीट काफी गद्देदार है। दीनदयालु कोच में बॉयोटॉयलेट और डस्टबीन के साथ पानी पीने के लिए एक्वागार्ड भी लगा हुआ है, जो अभी तक किसी भी श्रेणी के कोच में नहीं लगा हुआ है। इसके अलावा इसमें मोबाइल, लैपटॉप चार्ज करने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्वाइंट लगे हुए हैं। इस कोच में जे हुक लगे हुए हैं, ताकि यात्री अपना समान टांग सके। कोच में एलईडी लाइट्स का इस्तेमाल किया गया है।