लखनऊ। लखनऊ स्थित कला स्त्रोत प्रदर्शनी स्थल पर सूरज से समृद्ध उत्तर प्रदेश अभियान के अंतर्गत शनिवार को एक कलात्मक प्रतिमा “सूर्यशक्ति’’ का अनावरण उत्तर प्रदेश ललित कला अकादमी के अध्यक्ष सीताराम कश्यप ने किया। सुर्यशक्ति प्रतिमा का सन्देश लखनऊ समेत समस्त उत्तर प्रदेश को सौर ऊर्जा से रौशन करना और समृद्ध बनाना है।
अनावरण कार्यक्रम में ललित कला अकादमी के अध्यक्ष सीताराम कश्यप ने कहा कि कला आम लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने का एक बड़ा माध्यम है। जन सरोकार की बात सरकार तक पंहुचा सकने में भी कला एक अहम् भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि सूरज से समृद्ध अभियान ने कलात्मक प्रयोगों के जरिये ऐसा करने की कोशिश की है, यह प्रशंसनीय है.”।
उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा किफायती, स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण प्राकृतिक ऊर्जा स्रोत है। हमें इसे अपना कर अपना लखनऊ ही नहीं, पूरे उत्तर प्रदेश को स्वच्छ और समृद्ध बनाने की जरुरत है.” उन्होंने कहा कि जल्द ही लखनऊ स्थित अकादमी परिसर को भी सौर ऊर्जा से लैस किया जाएगा।
इस अवसर पर जाने माने इतिहासकार और संस्कृति विशेषग्य रवि भट्ट ने कहा कि लखनऊ शहर अवध की हजारों साल पुरानी सभ्यता संस्कति को आज भी अपनी भाषा, खानपान, पहनावा, तहजीब आदि में जिंदा रखे हुए है। 1857 से लेकर भारत के आजाद होने तक स्वतन्त्रता संग्राम में अवध की कुर्बानियों के प्रमाण आज भी इस शहर में मौजूद हैं।
रवि भट्ट ने राज्य सरकार से यह आग्रह किया कि सोलर सिटी कार्यक्रम की घोषणा के एक साल बाद आज इसमें लखनऊ, आगरा जैसे संस्कृति के क्षेत्र में वैश्विक प्रतीक चिन्हों को भी सोलर सिटी सूची में शामिल करने की घोषणा की जानी चाहिए।
क्लाइमेट एजेंडा की निदेशक एकता शेखर ने कहा सूरज से समृद्ध अभियान राज्य सरकार और आम जनता को यह समझाने की कोशिश कर रहा है कि सूरज केवल प्राकृतिक रौशनी ही नहीं, असीमित विद्युत् ऊर्जा के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक आत्मनिर्भरता एवं तरक्की का स्रोत भी है।