सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए नक्सली हमले के बाद पुलिस ने CRPF के जवानों के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाकर 4 संदिग्ध नक्सलियों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने जिन 4 नक्सलियों को हिरासत में लिया है उनमें से एक नाबालिग बताया जा रहा है।
क्या है सुकमा हमला
बता दें कि 24 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के सुकमा में आतंकियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ के जवानों पर बड़ा हमला किया था। इस हमले में 26 जवान शहीद हो गए थे। हमला सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन पर हुआ था। बताया जा रहा है कि चिंतागुफा के पास बुर्कापाल में ही नक्सली घात लगाकर बैठे थे।
भारतीय सेना ने दिया था करारा जवाब
24-04-2017 को दोपहर के वक्त हुआ है। नक्सलियों को करारा जवाब देते हुए जवानों ने भी दूसरीओर से ताबड़ातोड़ फायरिंग की। पुलिस सूत्रों के अनुसार चिंतागुफा थाने से संयुक्त पुलिस बल गश्त सर्चिंग के लिए रवाना हुआ था। ग्राम बुरकापाल के समीप जंगल में घात लगाए नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फौरन मोर्चा संभालते हुए गोलीबारी की। लगभग एक घंटे की मुठभेड़ बाद अंतत: नक्सली घने जंगल और पहाड़ी की आड़ लेकर भाग गए।
बता दें कि सुकमा नक्सलियों का गढ़ माना जाता है और इससे पहले भी इलाके में सीआरपीएफ जवानों पर हमले हो चुके हैं। इसी साल 11 मार्च को नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षा बलों पर हमला किया था जिसमें सेना के 12 जवान शहीद हो गए थे।
बेकार नहीं जाएगी शहादत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने भी छत्तीसगढ़ के सुकमा हमले पर दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हमारी सरकार का रुख बहुत स्पष्ट है। शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा। मैं शहीद परिवारों के लिए अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।’