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जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर से मिले विधायक सुधांशु शेखर

shekhar जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर से मिले विधायक सुधांशु शेखर

नई दिल्ली। रालोसपा सुप्रीमो और केन्द्रीय राज्यमंत्री उपेन्द्र कुशवाहा जहां जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर हमलावर तेवर अख्तियार किए हुए हैं। वहीं, उनकी ही पार्टी के विधायक सुधांशु शेखर रविवार दोपहर सीएम के आवासीय कार्यालय चले गए। बताया गया कि वहां उनकी मुलाकात जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर से हुई। जदयू में अहम ओहदेदार किशोर से एक घंटे से अधिक चली उनकी इस मुलाकात के बाद रालोसपा विधायक के जदयू में जाना तय माना जा रहा है। शेखर की पीके से इस भेंट के एक और सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है उनके जदयू में जाने पर मंत्रिमंडल विस्तार हुआ तो उन्हें मंजू वर्मा की जगह मंत्री बनाया जा सकता है। सुधांशु शेखर भी कुशवाहा समाज से आते हैं।

shekhar जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर से मिले विधायक सुधांशु शेखर

गौरतलब है कि पिछले चुनाव में रालोसपा के दो विधायक जीते थे। इन दोनों विधायकों में एक चेनारी के ललन पासवान पहले ही अलग गुट बना चुके हैं। दूसरे हरलाखी से जीतने वाले सुधांशु शेखर हैं। अगर शेखर जदयू में शामिल होते हैं तो रालोसपा का विधानसभा में एक भी सदस्य नहीं रह जाएगा। बहरहाल, शेखर और पीके की मुलाकात की भनक लगते ही 7, सर्कुलर रोड के बाहर कई मीडिया वाले भी पहुंच गए। बताया जाता है कि श्री शेखर मीडिया से बचने की भी कोशिश करते रहे। यह भी उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में हरलाखी से बसंत कुमार चुनाव जीते थे, लेकिन शपथ ग्रहण के पहले ही उनकी मौत हो गई। बाद में उप चुनाव हुआ तो रालोसपा ने उनके पुत्र सुधांशु शेखर को टिकट दिया और वह चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। शेखर के पिता के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से काफी अच्छे संबंध थे।

उधर, अपनी पार्टी के विधायक की पीके से भेंट की खबर पता चलते ही उपेन्द्र कुशवाहा ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। कहा कि केवल दहेज लेना-देना ही अपराध नहीं है, बल्कि किसी पार्टी को डैमेज करने के लिए प्रलोभन देना भी अपराध एवं घोर अनैतिक कृत्य है। कोई नहीं मनेगा कि आपकी पार्टी में ऐसा कृत्य, आपकी सहमति के बगैर हो रहा होगा। कुशवाहा ने यह भी कहा कि वैसे तो विधायक तोड़ने वालों को इसमें महारत हासिल है। पहले बसपा, फिर लोजपा, राजद और कांग्रेस के साथ ऐसा हो चुका है। अब रालोसपा विधायक को तोड़ने की साजिश की जा रही है। दावा किया कि विधायकों को तोड़ने की कोशिश सफल नहीं होगी। बिहार व देश की जनता सब देख रही है। इससे पहले रालोसपा प्रमुख ने केंद्रीय मंत्री व लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान से मुलाकात की। पटना में हुई मुलाकात की तस्वीर भी उन्होंने ट्विटर पर साझा की है।

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