नई दिल्ली। शुक्रवार को हरियाणा की राजधानी की सड़क पर एक लड़की को अगवा करने और उसके साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास किया गया। इस पूरे प्रकरण में हुई पुलिसिया कार्रवाई अब विपक्ष के साथ अपनी ही पार्टी के लोगों ने निशाने पर ले रखा है। चूंकि पूरे मामले में सत्ता का रसूख के चलते पुलिसिया कार्रवाई के बाद आरोपियों को जमानत पर रिहा करने को लेकर अब प्रदेश की सियासत काफी गरम हो गई है। इस पूरे प्रकरण में सत्ता के रसूख के चलते आरोपियों के मामले में ना सिर्फ धाराएं कम की गई बल्कि उन आरोपियों को पुलिस ने थाने से ही जमानत देकर रिहा कर दिया।
भाजपा में भी उठे विरोध के स्वर
आईएएस की बेटी के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बराला के बेटे से छेड़छाड़ और अपहरण करने की कोशिश के मामले में अब अपनी सरकार के रवैये और पार्टी के बर्ताव के खिलाफ भी आवाजें उठने लगी है। बीजेपी के कुरूक्षेत्र से सांसद राजकुमार सैनी ने साफ कहा है कि किसी का पीछा करना, अपहरण की नीयत से गाड़ी पर हाथ मारकर रोकना या कोशिश करना एक गम्भीर अपराध है और वो भी त जब गाड़ी कोई महिला चला रही हो । इस मामले में 90 फीसदी महिलाएं सामने नहीं आती अगर किसी बेटी ने हिम्मत दिखाई है तो न्याय मिलना चाहिए आरोपियों सजा मिलनी चाहिए इस मामले में विपक्ष और जनता के बोलने के पहले बराला को इस्तीफा देकर कानून की मदद करनी चाहिए। उन्होने केन्द्रीय नेतृत्व पर भी सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि अब केन्द्रीय नेतृत्व इस मामले पर क्या फैसला लेता है ये वो जाने लेकिन मेरी राय है कि अब इस मामले में बिना देर किए बराला को इस्तीफा देना चाहिए।
स्वामी ने ट्वीट कर जताया विरोध
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने इस मामले पर ट्वीट कर कहा है कि जल्द ही इस मामले में वो एक पीआईएल करेंगे। उन्होने कहा कि चंड़ीगढ़ पुलिस के पास रीढ की हड्डी नहीं है उसको सर्जरी की जरूरत है । इसलिए इस मामले में पीआईएल करना जरूरी है। ऐसे मामलों में पुलिस को किसी दबाव के बिना निश्पक्ष तौर पर कार्रवाई करनी चाहिए थी। पूरे प्रकरण में पुलिसिया रवैए ने लोगों को आश्चर्य में डाल दिया है।
With my associate lawyer A.P. Jagga on attempted abduction of a IAS officer’s daughter by two drunk goons I will file a PIL in Chandigarh
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 7, 2017
विपक्ष ने निशाने पर लिए भाजपा और सीएम खट्टर को
भाजपा अध्यक्ष बराला के लड़के के कारनामे की बात पूरे राज्य में आग की तरह फैल गई है लोग बराला से इस्तीफे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गये हैं। वहीं इस पूरे प्रकरण पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बचाव करते हुए कहा है कि बेटे की गलती की सजा बाप को नहीं दी जा सकती है। अब पूरे प्रकरण पर विपक्ष ने भाजपा और सरकार पर निशाना साधना शुरूकर दिया। आईएनएलडी के नेता अभय चौटाला ने तो कहा है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के परिवार ने ही खट्टर सरकार के कैंपेन बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को बड़ा धक्का पहुंचा दिया है। वहीं इस मामले में कांग्रेस ने हमला करते हुए कहा है कि भाजपा का चरित्र सबके सामने आ गया है। बराला को नैतिकता के नाते अपने पद से इस्तीफा ही नहीं बल्कि राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए।
अजस्र पीयूष