1985 बैच के IPS अफसर और महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी सुबोध जायसवाल को CBI के नए डायरेक्टर की कमान सौंपी गई है। बता दें CBI चीफ के चुनाव को लेकर हाई पावर कमेटी की बैठक की गई थी। जिसमें पीएम मोदी, मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना और विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी मौजूद थे। इस मीटिंग में नए CBI चीफ की नियुक्ति को लेकर चर्चा की गई।
दो सालों के लिए सौंपी गई जिम्मेदारी
सूत्रों के मुताबिक 109 अधिकारियों के नाम में से कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने हाई पावर कमेटी के लिए 10 नाम शॉर्टलिस्ट किए थे। बाद में इस लिस्ट में सिर्फ 6 नामों को आगे बढ़ाया गया, जिसमें BSF चीफ राकेश अस्थाना और NIA चीफ वाईसी मोदी भी शामिल थे। लेकिन सब नामों से आगे सुबोध जायसवाल को आगामी दो सालों तक CBI के नए डायरेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई।
झारखंड के धनबाद के हैं सुबोध जायसवाल
बता दें कि सुबोध जायसवाल झारखंड के धनबाद के चासनाला क्षेत्र के रहने वाले हैं। उनके पिता शिव शंकर जायसवाल सिंदरी क्षेत्र के बड़े कारोबारी थे। सुबोध जायसवाल की स्कूलिंग डिगवाडीह डिनोबिली में हुई। उनके बारे में कहा जाता है कि वो इंटेलिजेंस में माहिर हैं। और अपने इस गुण के कारण वे रॉ में भी खास भूमिका अदा कर चुके हैं। वहीं उनके एक भाई मनोज जायसवाल चेन्नई में प्रोफेसर हैं, जबकि दूसरे भाई यूरोप में रहते हैं।
2018 में बने थे मुंबई पुलिस कमिश्नर
साल 2018 में सुबोध जायसवाल को मुंबई पुलिस कमिश्नर की जिम्मेदारी के लिए चुना गया था। उन्होंने इस पद पर जून 2018 से लेकर फरवरी 2019 तक काम किया। जायसवाल ने खूफिया स्तर पर भी काफी काम किया है। वे करीब एक दशक तक RAW और इंटेलिजेंस ब्यूरो के साथ रहे। हालांकि उन्हें अभी तक CBI का कोई अनुभव नहीं है। लेकिन उन्होंने CBI के हाथों में दिए जाने से पहले मशहूर तेलगी कांड की जांच की थी।