नई दिल्ली। दिल्ली आईआईटी के एक छात्र ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। युवक के कमरे में से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में छात्र ने लिखा है कि वो अपने मामा और मौसेरे भाई से परेशान होकर आत्महत्या कर रहा है क्योंकि वो लोग पिछले 10 साल से उसके साथ यौन शोषण कर रहे हैं। बता दें कि छात्र की पहचान 21 वर्षिय नारू गोपाल मालो के रूप में हुई है, जोकि मूल रूप से बांगाल का रहने वाला था और यहां केमेस्ट्री प्रथम वर्ष का छात्र था।
सुसाइड नोट में लिखा है कि छात्र का मामा और उसका मौसेरा भाई उसे बार-बार बंगाल आने पर जोर डाल रहे थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। डीसीपी मिलिंद डुबेर ने बताया कि पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टी नहीं हो सकी है और अब पुलिस आगे की कार्रवाई सुसाइड नोट के आधार पर ही कर रही है। पुलिस के मुताबिक छात्र हॉस्टल के कमर नंबर डी-5 में अपने दो साथियों के साथ रहता था।
शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे जब उसके साथियों ने दरवाजा खोला तो गोपाल की लाश सीलिंग फैन से लटकी हुई मिली। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे पंखे से नीचे उतारा और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके भाई को सौंप दिया है। अबतक की जांच में पुलिस को पता चला है कि गोपाल ने 10 अप्रैल को भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी।
उसके साथ रूम में रहने वाले उसके साथियों का कहना है कि गोपाल ने 10 अप्रैल को नींद की गोलिया खाकर खुशकुशी करने की कोशिश की थी हालांकि उन लोगों ने समय रहते उसे देख लिया, जिससे की छात्र की जान बच गई। माना जा रहा है कि उसने करीब 50 नींद की गोलियां एक साथ खा ली थी। 10 अप्रैल को बचने के बाद गोपाल ने कल रात को अपने दोनों साथियों को कमरे के बाहर जाकर सोने को कहा। इसके बाद जब उसके साथियों ने सुबह कमरे का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई रिस्पोंस नहीं मिला। इसके बाद कॉलेज प्रशासन को सूचना दी गई और फिर पुलिस को। पुलिस ने आकर दरवाजा तोड़ों तो देखा की गोपाल सीलिंग फैन से लटका हुआ है।