प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार शुक्रवार को अपने कार्यकाल के चार वर्ष पूरे होने का जश्न मना रही है। वहीं, प्रयागराज में प्रतियोगी छात्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
बेरोजगारी को लेकर यूपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आज इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र संघ भवन पर भारी संख्या में छात्र एकत्रित हुए और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
सरकार पर छात्रों के करियर से खिलवाड़ का आरोप
वहीं, छात्रों ने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर और थाली-प्लेट बजाते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान छात्रों ने कहा कि, सरकार उनके करियर के साथ खिलवाड़ कर रही हे, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
छात्रों की भारी भीड़ को देखते हुए मौके पर पुलिस बल पहुंच गया। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी ने छात्रों से अपनी मांगों का ज्ञापन लिया और उन्हें शांत कराया। ज्ञापन सौंपने के बाद प्रतियोगी छात्रों ने कहा कि, अगर इस ज्ञापन के माध्यम से सरकार उनकी बात नहीं मानती तो छात्र आगामी दिनों में प्रशासन की भी बात नहीं मानेंगे और इससे भी बड़ा धरना प्रदर्शन पूरे शहर में किया जाएगा।
युवाओं को रोजगार न दे पाने का आरोप
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि, आज सरकार के चार वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया है और इसका प्रचार-प्रसार बहुत जोरों-शोरों से किया जा रहा है। उनका कहना है कि प्रदेश के युवाओं ने पूरे विश्वास के साथ पूर्ण बहुमत सरकार का समर्थन किया था, जिससे उन्हें रोजगार मिल सके। मगर, सत्ता में आने के बाद युवाओं को रोजगार देने में सरकार असमर्थ रही, जिसके कारण 99.8 फीसदी युवा बेरोजगार हैं।
प्रदर्शनकारी छात्रों की मांगें:
- बेसिक शिक्षा सेवा में रिक्त समस्त पदों पर तत्काल भर्ती विज्ञापन जारी करें।
- माध्यमिक व उच्चतर शिक्षक भर्ती के लंबित मामलों का जल्दी निस्तारित करके रिक्त पदों की विज्ञप्ति जारी करें।
- उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से संबंधित मामले, जिसको लेकर के पूर्व में प्रतियोगी परीक्षार्थियों ने ज्ञापन के माध्यम से आपको अवगत कराया है, उसे जल्द से जल्द निस्तारित किया जाए।
- दारोगा भर्ती परीक्षा में कोविड-19 महामारी के संदर्भ में संज्ञान में लेते हुए आयु संबंधित युवाओं की मांग को निष्पादित किया जाए।
- लेखपाल समेत ‘ग’ व ‘घ’ के समस्त रिक्त पदों की विज्ञप्ति तत्काल जारी की जाए।
- रोजगार के सवाल पर आंदोलित युवाओं के ऊपर दर्ज समस्त मुकदमे निरस्त किए जाएं।
छात्रों ने सरकार को दी चुनौती
इन सब मांगों के साथ प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने सरकार को खुली चुनौती है कि, अगर सरकार उनकी बात नहीं मानती तो समस्त युवा बेरोजगार लोकतांत्रिक तरीके से सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होगा। इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।