चंडीगढ़। हमेशा विवादों में फंसे रहने वाले पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह और नए विवाद में फंस गए हैं। दरअसल एक कार्यक्रम में उन्होंने आईएएस अफसरों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पंजाब के आईएएस अफसरों को अंग्रेजी बोली नहीं आती है। पंजाब के केवल दो अफसर ही अंग्रेजी बोलना जानते हैं और अधिकतर अफसरों को ये तक नहीं पता कि आकिरी अग्रेंजी लिखी कैसे जाती है। उनके इश बयान के बात वित्त मंत्री नए विवाद में फंस गए हैं। बादल के बयान पर अफसर सामने से तो कुछ नहीं कह रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए अपना विरोध जरूर दर्ज करवा रहे हैं।इन्ही में से एक अधिकारी ने लिखा कि यूपीएससी की क्रेडिबिलिटी पर ही आपने सवाल खड़ा कर दिया।
ये किसी भी मंत्री को शोभा नहीं देता है। एक सीनियर आइएएस अफसर ने कहा किमुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि मनप्रीत सिंह बादल जैसे सीनियर मंत्री इस तरह की टिप्पणी सार्वजनिक तौर पर कर सकते हैं। हमें इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, लेकिन क्या कर सकते हैं, आखिर वह एक मंत्री हैं। वहीं आइएएस अफसर एसोसिएशन ने भी इस पर कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। पंजाब आइएएस अफसर एसोसिएशन के प्रधान केबीएस सिद्धू ने कहा कि हर कोई अपने विचार व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र है और उसमें मंत्री भी शामिल हैं।
मैं इस मुद्दे पर इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। गौरतलब है कि मनप्रीत इससे पहले किसानों की बिजली सब्सिडी बंद करने की वकालत करके अकाली-भाजपा सरकार में वित्तमंत्री रहते हुए घिर गए थे। आइएएस अफसरों की इंग्लिश मनप्रीत बादल को समझ नहीं आती और अफसरों को मनप्रीत की अरबी व फारसी समझ में नहीं आती। कोई सिक्के उछाल कर, कोई शेर सुना कर, कोई ताली ठोक कर सरकार चला रहा है। स्वतंत्र फौजी मस्ती में आनंद मना रहा है।