इस्लामाबाद। भारत द्वारा चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर का विरोध करने को लेकर पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारत, पाक-चीन की दोस्ती के चिन्ह इस कॉरिडोर के खिलाफ साजिश रच रहा है, लेकिन वो इसमें नाकाम हो जाएगा। पाकिस्तानी अखबार डॉन की खबरे के मुताबिक एक प्रेस वार्ता के दौरान एहसान ने कहा कि इस तरह की साजिश के लिए भारत, अफगानिस्तान की सरजमीं का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी चीन और हमारा ये प्रोजेक्ट सफल होकर रहेगा। गौरतलब है कि हाल ही में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा था कि चीन और पाकिस्तान चाहतें हैं कि अफगानिस्तान सीपीईसी में शामिल हो जाए, जिसके एवज में इकबाल का ये बयान सामने आया है।
चीनी विदेश मंत्री ने कहा था कि अफगानिस्तान इस प्रोजेक्ट में शामिल होने के लिए इच्छुक है इसलिए अफगानिस्तान की इस इच्छा को लेकर भारत को चिंतित नहीं होना चाहिए। इसके अलावा चीनी विदेश मंत्री ने इस प्रोजेक्ट में खलल डालने को लेकर भारत को चेतावनी भी दी थी। आपको बता दें कि सीपीईसी हाईवे, रेलवे, रोड और विशेष आर्थिक क्षेत्रों का एक नेटवर्क है, जोकि चीन के शिनजियांग प्रांत को पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट से जोड़ेगा, जोकि पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर से होकर निकलेगा।
इकबाल ने पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव के मामले पर भी अपनी बात रखी। जासूसी के आरोप में पाक जेल में बंद जाधव से मुलाकात करने उनकी मां और पत्नी पहुंची थीं। मगर वहां उनके साथ पाक अधिकारियों ने व्यवहार किया, उसकी भारत में कड़ी आलोचना हो रही है। इकबाल ने कहा कि पाकिस्तान ने मानवीय आधार पर जाधव की मां और पत्नी को मिलने की इजाजत दी, मगर उसी दिन भारतीय सेना ने सीजफायर उल्लंघन किया और सीमा पर गोलीबारी की जिसके कारण तीन पाक सैनिकों की मौत हो गई।