नई दिल्ली। सोमवार से शुरू हुआ बारिश का कहर अब माया नगरी मुम्बई में थमा है। धीरे-धीरे फिर कभी ना रूकने वाली मुम्बई अपनी रफ्तार पर आ रही है। सोमवार से लगातार हुई बारिश ने शहर के अलावा आस-पास के इलाकों में भी अपना कहर बरपाया है। इस बारिश ने अब तक 11 लोगों की जान ले ली है। अधिकारियों की माने तो 9 लोगों की मैत अकेले मुम्बई में हुई है। जबकि अन्य मौते पास के इलाकों में हुई हैं। लगातार भारी बारिश के कारण लोग अपने ऑफिसों, रेलवे स्टेशनों पर रूकने को मजबूर हो गये थे।
हांलाकि आखिर देऱ रात जब बारिश का कहर कम होने लगा तो ट्रेने चलने लगी हैं। लोकल ट्रेने अभी भी कई रूटों पर बंद हैं। क्योंकि रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाने के पटरियां डूब गई है। फिलहाल जिन ट्रैकों पर ट्रेन चल रही हैं, वो भी 10 से 15 मिनट की देरी से चल रही हैं। बुधवार को थमा बारिश का कहर अभी अपने निशान छोड़ गया है। मौसम विभाग की माने तो 2005 में हुई प्रलयकारी बारिश के बाद ये सबसे ज्यादा बारिश थी। मौसम विभाग ने अभी मुम्बई को राहत नहीं दी है। अगले 24 घंटे माया नगरी के लिए फिर भारी साबित हो सकते हैं।
मौसम विभाग के अर्लट पर अधिकारियों ने अभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने लोगों को घरों से ना निकलने की अपील की है। उन्होने कहा कि बहुत ही जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें। जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं पर लगे कर्मचारियों को सरकार ने अर्लट पर कर दिया है। इसके साथ ही सड़क परिवहन की बेस्ट बसों को अधिक संख्या में सड़कों पर उतारकर लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सरकार के साथ इस मामले में आम लोगों ने भी एक दूसरे की जमकर मदद की है लोगों ने बारिश में फंसे लोगों को अपने घरों में रूकने के साथ भोजन और जरूरी चीजें उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। मुम्बई के हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री से बात कर हालात का जायजा लिया और पूरी मदद का आश्वासन भी दिया है। सूबे में एनडीआरएफ के साथ नौ सेना को अर्लट पर रखा गया है।