जम्मू कश्मीर से राजेश विद्यार्थी की रिपोर्ट
रामबन जिले के बटोत क्षे़त्र में अतिक्रमण हटाने गई फारेस्ट प्रोटेक्शन टीम पर अतिक्रमणकारियों ने पथराव कर दिया। इस हमले मेंफारेस्ट प्रोटेक्शन टीम और जम्मू कश्मीर पुलिस के 18 जवान घायल हो गए। वहीं, जम्मू डीसी सुषमा चौहान ने भी अखनूर में 7190कनाल जमीन की राजस्व रिकार्ड से एंट्री हटा दी है। इस जमीन पर अधिकारियों की मिली भगत से गलत एंट्री दर्ज करके सरकारीभूमि पर कब्जा किया गया था।
अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सरकार का विशेष अभियान जारी है।
मंगलवार सुबह बटोत में जंगलात विभाग की जमीन परअतिक्रमण को हटाने के लिए एसडीएम और वन विभाग की टीमें अचानक पहुंची। कुछ लोगों ने वन विभाग की जमीन पर अवैध तरीके से कब्ज़ा किया हुआ था। जमीन पर कच्चे कुल्ले बनाए गए थे। टीम ने जैसे ही अतिक्रमण हटाना शुरू किया। एक समुदाय विशेष के लोगों ने टीम पर पथराव शुरू कर दिया। टीम के 18 जवान घायल हो गए। अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान पुरा नहीं हो पाया और घायलों को बटोत के उपजिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
https://www.bharatkhabar.com/sachin-pilot-returns-to-congress-know-how-it-became/
अतिक्रमणकारियों के खिलाफअभियान तेज करते हुए जम्मू डीसी सुषमा चौहान ने खौड, बन, नगरोटा क्षे़त्र में गलत तरीके से सरकारी जमीन पर अवैध गिरदावरियां को रद कर दिया है। डीसी सुषमा चैहान के अनुसार राजस्व रिकार्ड की लगातार जांच हो रही है। सरकारी जमीन पर गलत राजस्व एंट्रियों को हटाने का कार्य जारी है। खौड से 2327, चैकी चैरा से 149, नगरोटा से 3856 कनाल सरकारी जमीन की गलत एंट्री को हटाया गया है। सरकार पहले से ही अतिक्रमण हटाने के लिए घाटी और जम्मू में कार्रवाई कर चुकी है। कोरोना के कारण अभियान ठंडा पड़ा हुआ था। अब प्रशासन दोबारा हरकत में आया है। श्रीनगर से भी जिला प्रशासन ने कुछ दिन पहले अवैण तरीके से बनी कई इमारतों, होटल और दुकानों को तोड़ दिया था।