लखनऊ: स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को राजधानी में बुधवार को बड़ी सफलता हासिल हुई है। एसटीएफ ने एमिटी कॉलेज के पास से अवैध मादक पदार्थ बेचने वाले गिरोह के सरगना सहित तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से छह किग्रा. गांजा, चार किग्रा. चरस, दो मोबाइल, एक कार और 1100 रुपए नगद बरामद किए गए हैं। इसमें से गांजे की कीमत 1.5 लाख रुपए, जबकि चरस की कीमत 20 लाख रुपए आंकी गई है।
एसटीएफ की टीमें थीं अलर्ट
दरअसल, एसटीएफ को पिछले काफी समय से सूचना मिल रही थी कि शहर के थाना गोमतीनगर क्षेत्र में स्थित विश्वविद्यालय व कॉलेजों में कुछ लोग अवैध मादक पदार्थों की पुड़िया बनाकर महंगे दामों पर बेचने का धंधा कर रहे हैं। इसके बाद एसटीएफ की कई इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन व कार्यवाही के लिए निदेर्शित किया गया था।
निर्देशानुसार एसटीएफ निरीक्षक ज्ञानेन्द्र कुमार राय, लखनऊ के पर्यवेक्षण में उप निरीक्षक अमित कुमार तिवारी, संतोष कुमार सिंह, वीरेन्द्र सिंह यादव, मुख्य आरक्षी राजकुमार शुक्ला, आरक्षी उमाशंकर, शिवानन्द शुक्ला कार्यवाही कर रहे थे। इसी क्रम में आज जानकारी मिली कि थाना विभूतिखंड क्षेत्र स्थित एमिटी कॉलेज के पास अवैध मादक पदार्थ बेचने वाले हैं।
गिरफ्तार आरोपियों ने कबूली सच्चाई
इसके बाद टीम अलर्ट हो गई और जैसे ही एमिटी कॉलेज के गेट नंबर 1 के सामने मैदान में खड़ी नीले रंग की पहुंची टीम ने तीनों आरोपियों को दबोच लिया। इसके बाद उनसे पूछताछ शुरू की तो उन्होंने अवैध मादक पदार्थ को फुटकर में बेचेने के धंधे की बात स्वीकार कर ली।
एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि, उनके द्वारा एवं उनके गिरोह अन्य सदस्यों द्वारा लखनऊ के विश्व विद्यालयों व अन्य कॉलेजों में अवैध मादक पदार्थ बेचा जाता था। इसकी आपूर्ति नेपाल राष्ट्र के डांग जिले के थापा नामक शख्स द्वारा की जाती है। हम यह मादक पदार्थ महंगे दामों पर बेचकर अपने शौक पूरे करते थे।