न्यूयॉर्क। अमेरिका में भारतीय मूल की एक महिला को लगभग दो साल तक अपनी सौतेली बेटी के साथ क्रूर व्यवहार करने के लिए दोषी ठहराया गया है। इस जुर्म के लिए उसे 25 साल कैद की सजा सुनाई गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि शीतल रनौत (35) को अपनी सौतेली बेटी माया रनौत को बिना पानी और खाने के लंबे समय तक उसके कमरे में बंद रखने का दोषी पाया गया है, जिसके कारण उसका वजन गिरकर 58 पाउंड रह गया है।
माया को धातु की झाड़ू के हैंडल और लकड़ी की रोलिंग पिन से मारा गया था, जिसके कारण उसके शरीर पर जख्म हो गए थे। क्वीन्स जिले के एटॉर्नी रिचर्ड ब्राउन ने शीतल को प्रथम डिग्री के उत्पीड़न और बच्चे के कल्याण को खतरे में डालने का आरोपी ठहराते हुए कहा, “किसी भी बच्चे के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए।”
ब्राउन ने कहा कि रनौत और उनके पति ने बच्ची को अपने ओजोन पार्क स्थित घर में भयानक तरीके से प्रताड़ित किया था। पीड़िता के जैविक पिता राजेश रनौत पर भी दूसरी और तीसरी डिग्री की प्रताड़ना, पहली डिग्री की गैर कानूनी कैद और बच्चे के कल्याण को खतरे में डालने का आरोप लगाया गया है। राजेश पर बाद की किसी तारीख में मुकदमा चलाया जाएगा।