featured दुनिया

अमेरिका में क्यों तोड़ी जा रहीं इतनी बड़ी तैदात मूर्तियां?

trump अमेरिका में क्यों तोड़ी जा रहीं इतनी बड़ी तैदात मूर्तियां?

जहां एक तरफ अमेरिका कोरोना महामारी के कहर से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। जिनको लेकर लगातार ये बात कही जा रही है कि, अगर ये विरोध ऐसे ही चलता रहा तो इससे हिंसा तो बढ़ेगी ही इसके साथ ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कुर्सी भी जाएगी।

amrerica 1 अमेरिका में क्यों तोड़ी जा रहीं इतनी बड़ी तैदात मूर्तियां?
अमेरिका में जब से अफ्रीकी मूल के अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या हुए है तब से सड़कों पर रंगभेद को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। जिसकी वजह से अब अमेरिका में बड़े पैमाने पर मूर्तियां तोड़ीं जा रहीं हैं।

अमेरिका से लेकर ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन जैसे देशों में लोग रंगभेद के खिलाफ कदम उठाए जाने की मांग कर रहे हैं। इस बीच विरोध का एक बड़ा तरीका इतिहास की ऐसी हस्तियों की मूर्तियों को गिराने का है, जिन्हें अश्वेतों पर अत्याचार और भेदभाव का जिम्मेदार माना जाता है।

अमेरिका में क्रिस्टोफर कोलंबस की मूर्तियां कई जगहों पर गिरा दी गईं, तो कहीं पर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया। रिचमन्ड में प्रदर्शनकारियों ने क्रिस्टोफर कोलंबस की प्रतिमा तोड़ दी, उसमें आग लगा दी और फिर उसे एक नदी में फेंक दिया। कोलंबस को अमेरिका में अश्वेतों पर अत्याचार का जिम्मेदार माना जाता है। जिसकी वजह से अमेरिका में जगह-जगह मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है।

विन्स्टन चर्चिल की मूर्ती को भी प्रदर्शनकारियों ने तोड़ के फेंक दिया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे और नाजीवाद को हराने के लिए उन्हें लीडरशिप की मिसाल माना जाता है। 2002 में एक बीबीसी पोल में उन्हें ब्रिटेन के 100 सबसे महान लोगों में शामिल किया गया था और उनकी तस्वीर ब्रिटेन के 5 पाउंड के नोट पर नजर आती है। उन्हें और उनकी नीतियों को 1943 में बंगाल के सूखे लिए जिम्मेदार माना जाता है। इस आफदा में कम से कम 30 लाख लोगों की जान गई थी। इसीलिए विरोधियों ने उनकी मूर्ती को तोड दिया है।

कोल्स्टन रॉयल अफ्रीकन कंपनी में स्लेव ट्रेडर थे और उन्हें 84,000 अफ्रीकी लोगों को गुलाम बनाए जाने के लिए जिम्मेदार बताया जाता है, जिनमें से 19,000 की अटलांटिक के रास्ते में मौत हो गई लेकिन उस वक्त के ब्रिस्टल के लोग उन्हें इसके लिए गलत नहीं नहीं मानते थे बल्कि उन्हें समाज-सेवी के तौर पर देखा जाता था। इसीलिए अमेरिका के प्रदर्शनकारियों ने कोल्स्टन रॉयल की मूर्ती को तोड़ दिया है।

https://www.bharatkhabar.com/uddhav-thackeray-warns-about-lockdown/
अमेरिका में लगातार ऐसी कई मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है जो जगह-जगह महान लोगों के कार्य को दर्शाती हैं। रंगभेद को लेकर कर रहे प्रदर्शन ने अमेरिका में ऐसे कई लोगों की मूर्ति को तोड़कर अलग कर दिया है।

Related posts

MP BJP Candidate List: मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 39 उम्मदीवारों की पहली लिस्ट जारी, जानें किसको मिला टिकट

Rahul

अमेरिका ने भारत को दी खुली धमकी, रूस के साथ किया ‘गठजोड़’ तो चुकानी होगी भारी कीमत

Rahul

Bharat Jodo Yatra 2nd Day: कन्याकुमारी से चले राहुल, कांग्रेस को संजीवनी मिलने की उम्मीद

Rahul