देश में एक बार फिर से मूर्ति तोड़ने का मामला सामने आया है। इलाहाबाद में कुछ अराजक तत्वों ने बीआर अंबेडकर की मूर्ति तोड़कर माहौल खराब करने की कोशिश की है। इलाहाबाद के झूंसी में त्रिवेणपुरम के पास शुक्रवार रात को कुछ लोगों ने भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया है। मीडिया में खंडित मूर्ति की तस्वीरें भी सामने आई हैं।
स्थानिय लोगों ने जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की है। शनिवार सुबह से ही पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने लांगें से शांत रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अराजक तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है और जल्दी ही उनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
घटना के बाद से पूरे जिले में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। सूचना मिलते ही पुलिस घटानस्थल पर पहुंच गई। फोटो में देखा गया है कि मूर्ति की गर्दन टूटी हुई है। इससे पहले चेन्नई में अंबेडकर की मूर्ति पर पेंट ड़ालने की घटना सामने आई थी।
गौरतलब है कि सबसे पहले मूर्तियां तोड़ने का मामला त्रिपुरा से सामने आया था जहां लेनिन की तस्वीर को नुकसान पहुंचाया गया था। उसके बाद पिरयर की मूर्ति और उसके बाद कोलकाता में महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़ी गई थी।
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में राज्य सरकार ने संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के नाम के साथ उनके पिता का नाम भी जोड़ने का फैसला किया गया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाइक पिछले साल से इस बात की मांग कर रहे थे कि अंबेडकर के नाम में उनके पिता का नाम जोड़कर ‘डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर’ कर दिया जाए।