पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना के गांधी मैदान में ‘ सेंटर फाॅर रीडरशिप डेवलपमेंट’ (सीआरडी) की ओर से आयोजित 25 वें वार्षिक पुस्तक मेले का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पटना के गांधी मैदान में आयोजित पुस्तक मेले की अपनी एक अलग पहचान है। इसकी शुरुआत 1985 में हुई और अब यह मेला पुस्तक प्रेमियों के बीच खास मुकाम बना चुका है। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों में पुस्तकों के प्रति बढ़ते रुझान के कारण पुस्तकों की बिक्री के मामले में यह मेला देश में अपना अग्रणी स्थान बना रखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले के व्यापक और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्तर पर आयोजन के लिए सरकार हरसंभव मदद करने को तैयार है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे मेले में आकर पढें, कुछ सीखें। साथ ही पुस्तकों में लिखी गई बातों की मूल भावना को अंगीकार करें। इससे जनचेतना का प्रसार होगा और बिहार प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेगा। नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी मैदान सहित बिहार में आयोजित होने वाले हर कार्यक्रम की देशभर में प्रशंसा हो रही है। हाल ही में प्रकाश पर्व और गया में कालचक्र पूजा की सफलता को लेकर देश विदेश में बिहार का मान-सम्मान बढ़ा है। बिहार के लोेगों का देश के प्रति प्रेम और उनके अनुशासन को देख लोग भी काफी प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह की शताब्दी वर्ष पर 10 अप्रैल से कई कार्यक्रम प्रस्तावित हैं, जो पूरे साल चलेंगे। राज्य सरकार का उद्देश्य बापू के संदेश को घर-घर पहुंचाना है। उनके व्यक्तित्व से बच्चों को परिचित कराना है। इस अवसर पर सीआरडी के संस्थापक एनके झा, आयोजन समिति के अध्यक्ष एचएन गुलाटी, समिति के संयोजक अमित कुमार, सचिव अमरेन्द्र कुमार झा, वरिष्ठ साहित्यकार और कवि सत्यनारायण, युवा साहित्यकार रत्नेश्वर के साथ अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।