उत्तराखंडः आने वाली 9 नवम्बर को सूबे की स्थापना के 18 साल पूरे होने जा रहे हैं।जब उत्तराखंड स्थापना हुई थी उस वक्त राज्य में भाजपा का शासन था।एक बार फिर ये संयोग बना है कि जब राज्य बालिग हो रहा है तब भी सूबे में भाजपा का शासन है।इसको लेकर राज्य सरकार की ओर से बड़ी ही व्यापक तैय़ारियां की गई हैं।
इसे भी पढ़ेःउत्तराखंडः केदारघाटी का पुनर्निर्माण कार्य लगभग पूरा हुआ
आगामी 9 नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस का पर्व पूरे देवभूमि में मनाया जाएगा।इसको लेकर जिला मुख्यालयों के अलावा सूबे की राजधानी देहरादून में व्यापक तैयारियां की गई हैं।कई चरणों में व्यवस्था को लेकर राज्य के अधिकारियों से भी सरकार ने बातचीत की है।इस कार्यक्रम के दौरान निकाय चुनाव होने की वहज से कई कार्यक्रमों में संसोधन भी किया गया है
राज्य आदोलनकारी और छात्र राजनीति से राजनीति तक का सफर तय करने वाले सूबे के प्रोटोक़ॉल मंत्री धन सिंह रावत की मानें तो राज्य के गठन के बाद पर्वतीय राज्यों के तौर पर उत्तराखंड एक सफल और प्रगतिशील राज्य के तौर पर उभरा है।आने वाले 2 सालों में राज्य में प्रगति और विकास के नए आयाम देखने को मिलेंगे।सूबे में 9 नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।इस दौरान निकाय चुनाव के चलते कई कार्यक्रम में फेर बदल भी किए गए हैं।हालांकि लगभग सारी तैयारियों को अन्तिम रूप दिया जा रहा है।
उत्तराखंड राज्य का पूर्व नाम उत्तरांचल था उत्तर भारत में स्थित है। इस राज्य का निर्माण 9 नवम्बर 2000 में कई वर्षों के आन्दोलन के पश्चात भारत गणराज्य के 27वें राज्य के रूप में हुआ था। बता दें कि सन 2000 से 2006 तक यह उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था। जनवरी 2007 में स्थानीय लोगों की भावनाओं को ध्यान के मद्दे नजर राज्य का आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखंड किया गया था।