नई दिल्ली। इस वर्ष चैत्र नवरात्र जिस तरह दो दिन शुरु हो रहे है, उसी तरह इस साल गुड़ी पड़वा भी दो अलग दिन मनाया जाएगा। मराठी समाज अपने पंचांग के मुताबिक 28 मार्च को यह पर्व मनाएगी, तो वंही हिन्दू नव वर्ष 29 मार्च को शुरु होगा। इसका कारण अमावस्या है जो इस बार सोमवार सुबह 10.36 से लेकर मंगलवार सुबह 8.40 तक है। हालांकि नवरात्रि तो सभी 8 दिन ही मना रहे है।
पंडितो के मुताबिक अगर नव वर्ष 28 को शुरु होगा तो राजा मंगल होगा, और अगर यह दिन 29 मार्च का हुआ तो वर्ष का राजा बुध होगा। हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत गुड़ी पड़वा से ही होती है। जो लोग पारंपरिक पंचांग को मानते है वो लोग 29 को गुड़ी पड़वा मनाएगें।
गुड़ी पड़वा के दिन विधी-विधान के साथ पूजा-पाठ करने से आपको पूरे साल किसी चीज की कमी नहीं होती है। साथ ही घर में सुख-समृद्धी आती है। अगर आप भी चाहते है की आपके घर में सुख-शांति बनी रहे तो गुड़वी पड़वा पर इस तरह से देवी-देवता की पूजा करें।
ऐसे करें पूजा
गुड़ी पड़वा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपने शरीर पर बेसन और तेल का उबटन लगाकर स्नान करें। इसके बाद गंध, अक्षत, पुष्प, और जल लेकर भगवान ब्रह्मा के मंत्रों का उच्चारण करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
पूजन का संकल्प कर एक चौकी या बालू की वेदी का निर्माण करके उसमें सफेद रंग का कपड़ा बिछा कर उस पर हल्दी या केसर से कमल बना कर उस पर ब्रह्माजी की सुवर्णमूर्ति स्थापित करें। इसके बाद गणेशाम्बिका की पूजा करें और फिर इस मंत्र का जाप करें। ऊं ब्रह्मणे नमः।