नई दिल्ली। लोकायुक्त और किसानों की हालतों को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे अन्ना हजारे ने अपने समर्थकों से इस बार एक स्टाम्प पेपर लिखवाया है। अन्ना हजारे ने इस स्टांप पेपर में लिखवाया है कि मेरे आंदोलन में हिस्सा लेने वाले लोग आंदोलन खत्म होने के बाद किसी भी राजनीतिक पार्टी का हिस्सा नहीं बनेंगे और न ही आगे चलकर कोई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। इसके अलावा उन्होंने ये भी साफ कर दिया है कि उनका आम आदमी पार्टी से कोई संबंध नहीं है और पार्टी का कोई भी नेता उनके अनशन में शामिल न हो। अन्ना हजारे ने 100 रुपये के स्टांप पेपर पर ये लिखकर साइन कराया है कि वे किसी भी राजनीतिक स्वार्थ के चलते इस आंदोलन में शामिल न हो तो ज्यादा अच्छा है।
इसके अलावा उन्होंने ये भी लिखवाया की जो लोग आजीवन न तो खुद कोई पार्टी बनाएंगे और न ही किसी राजनीतिक पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए दूसरे राज्यों में बनाई गई कमिटियों के भी साढ़े छह हजार से ज्यादा सदस्यों ने इसी तरह का हलफनामा अन्ना को भेजा है। आंदोलन में शामिल हो रहे किसानों के लिए ऐसी कोई शर्त नहीं है। शुक्रवार से अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने से पहले अन्ना सुबह 9 बजे राजघाट गए और बापू को श्रद्धांजलि दी। वह करीब आधा घंटा रुके। इस दौरान उनके कुछ समर्थक भी मौजूद थे। मंच के बैकग्राउंड में जो बैनर लगाया गया है, उस पर सिर्फ गांधी जी तस्वीर है।