संसद पर हमला करने का दोषी पाए जाने के बाद अफजल गुरू को फांसी की सजा दी गई थी। दक्षिण कश्मीर में पुलिस लाइन पुलवामा में हुआ आतंकी हमला अफजल गुरू की मौत का इंतकाम लेने के लिए किया गया था। अफजल गुरू को साल 2013, 13 फरवरी को तिहाड़ जेल में फांकी की सजा दे दी थी। जानकारी के अनुसार मुठभेड़ स्थल पर यह बात अंग्रेजी और ऊर्दू में यह बात लिखी गई है।
साल 2014 दिसंबर में जैश के अफजल स्क्वायड ने कश्मीर में सैन्य शिविर पर हमला किया था। इसने साल 2015 में टंगडार सेक्टर में सैन्य शिविर पर हमला किया था। वही सैन्य शिविर पर हुए हमलों में अफजल स्क्वायड का ही हाथ था। मुठभेड़ स्थल पर एजीएस उर्दू में तथा अफजल की मौत का इंतकाम उर्दू में लिखा गया है। जानकारी के अनुसार एजीएस का मतलब अफजल गुरु स्क्वयड है।
वही इन दिनों घाटी में बेहद ही तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। आए दिन आतंकी हमले से घाटी में सेना काफी परेशान है। वही इस बार अफजल गुरु की मौत का बदला लिया गया है। वही साल 2016 दिसंबर में जम्मू के नगरोटा में सैन्य प्रतिष्ठान पर भी हमला किया गया था जिसमें जैश के अफजल स्क्वायड का हाथ था