ऋषिकेश। देवभूमि उत्तराखंड आये भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने फिर राम जन्मभूमि का राग छेड़ते हुए कहा है कि राम मंदिर को लेकर श्री श्री का प्रयास अच्छा है लेकिन नाकाफी है। उन्होने कहा कि भले ही दोनों पक्षकार कोर्ट के बाहर सुलह कर लें लेकिन जाना तो कोर्ट ही पड़ेगा। श्री श्री की बात केवल दो पक्षकारों से हुई है, लेकिन इस मुद्दे में कई पक्षकार हैं। सभी से बातचीत कर एक राय कायम करनी होगी। राम मंदिर की भूमि पर हिन्दुओं का ही अधिकार है।
अयोध्या की उस भूमि पर मुसलमानों का कोई अधिकार नहीं है। साल 2018 में दीपावली के शुभ अवसर से अयोध्या में राम का भव्य मंदिर बनना शुरू हो जायेगा। इस मामले को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट में कई अपीलें की हैं। अब इस पूरे प्रकरण में श्री श्री के आने के बाद काई लोग किनारे होते नजर आ रहे हैं। वैसे इस प्रकरण को लेकर श्री श्री की अयोध्या यात्रा फ्लाप हो गई थी। क्योंकि इस यात्रा के पहले मंदिर मामले में एक पक्षकार का स्टिंग ऑपरेशन सामने आ गया था। जिसमें पैसों की लेन-देन की बात सामने आई थी।
बीते 21 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दोनों पक्षकारों को आपसी सुलह-सहमति से कोर्ट के बाहर समझौता करने का एक प्रयास करने के लिए कोर्ट ने कहा था। इसके बाद से लगातार दोनों पक्षकारों को एक साथ बैठाने के लिए कई बार लोग आये लेकिन इस मुद्दे पर हर बार कोई ना कोई विवाद आ गया। इस मामले को लेकर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद फिर से अयोध्या में दीपोत्सव आदि करके अयोध्या को सबके सामने लेकर आये और फिर ये मामला ताजा होता गया है।