हैदराबाद। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की मध्यस्थता का एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने विरोध किया है। ओवैसी ने उन पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने श्री श्री को झूठा बताते हुए कहा कि उन्होंने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के सदस्यों से कोई मुलाकात नहीं की है। ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि ये सब करके उन्हें नोबेल पुरस्कार नहीं मिलने वाला। ओवैसी ने रविशंकर को जोकर बताते हुए कहा कि इतने बड़े मसले में कैसे ऐसे लोगों को बुलाया जा रहा है, ये कोई मजाक है क्या?
उन्होंने कहा कि कोई अपने आपको अकबर का वंशज बताता है तो कोई मुगलों का, अगर मैं कहूं की मैं आदम का वंशज हूं तो क्या पूरी सल्तनत मेरी हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि रविशंकर को ये सब करके नोबेल पुरस्कार नहीं मिलने वाला। उन्होंने कहा कि पहले रविशंकर पर एनजीटी ने जो 75 लाख का जुर्माना लगाया है उसे वो चुंका दे उसके बाद कुछ करें।
वहीं रविंशंकर ने अपने अयोध्या दौरे की पुष्टि करते हुए बताया कि वो 16 नवंबर को अयोध्या जाएंगे। रविशंकर ने कहा कि अयोध्या जैसा मसला बातचीत से ही सुलझ सकता है। रविशंकर ने राम मंदिर मामले में दखल दिए जाने से उठे विवाद पर कहा कि वह अपनी इच्छा से इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। लोग जो कहना चाहें वो कहते रहें।
बता दें कि इससे पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने रविशंकर को निशाने पर लेते हुए कहा कि वो संत नहीं हैं जो उनकी बात को मान ही लिया जाए।