लखनऊ: 16 सूत्रीय मांगों को लेकर आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में लखनऊ स्थित सदर तहसील में भी सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं।
इन 16 सूत्रीय मांगों में पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम, बेरोज़गारी, महंगाई, महिलाओं का उत्पीड़न, ब्लॉक प्रमुख चुनाव और पंचायत चुनाव में हुई धांधली प्रमुख मांगें हैं। इसके चलते सपा कार्यकर्ताओं ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की भी मांग की है।
वहीं प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में रसोई गैस लेकर भी आवाज़ बुलंद की। हाथों में महंगाई और पेट्रोल डीजल की तख्तियां लेकर प्रदर्शनकारियों ने पुतला भी दहन किया। हालांकि, पुलिस ने उन्हें तहलसील पहुंचने से पहले ही रोक दिया। जिससे कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने रोड पर ही बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पहले से ही मौजूद थी पुलिस फ़ोर्स
प्रदर्शन के चलते सदर तहसील पर पहले से ही पुलिस फ़ोर्स मौजूद थी। तहसील के हर तरफ बैरिकेडिंग लगागार इलाके को सील कर दिया गया था। इस प्रदर्शन में पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का मुक्की भी हुई।
अखिलेश यादव ने कहा था- सबका हिसाब होगा
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हुई हिंसा को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर कई आरोप लगाये थे। उन्होंने कहा था कि भाजपा ने अपने गुंडों को सड़क पर छोड़ दिया था। अधिकारियों की भी इसमें मिलीभगत थी। अधिकारियों के फोन आउट ऑफ कवरेज बात रहे थे। अखिलेश यादव ने कहा था, सबका हिसाब होगा।