नई दिल्ली। निदास ट्रॉफी के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी गेंद में छक्का जड़कर भारत को जीत दिलाने वाले दिनेश कार्तिक की तुलना भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से की जा रही है। सोशल मीडिया पर की जा रही इस तुलना पर चुप्पी तोड़ते हुए दिनेश कार्तिक ने कहा कि जब सर्वश्रेष्ठ फिनिशर की बात आती है तो वे अभी खुद को यूनिवर्सिटी का छात्रा मानते हैं और धोनी को यूनिवर्सिटी का टॉपर। कार्तिक ने कहा कि जब धोनी की बात आती है तो मैं अभी जिस कॉलेज में पढ़ रहा हूं उस कॉलेज के धोनी टॉपर रह चुके हैं। धोना ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका में हमेशा अनुसरण करता हूं। उनके साथ मेरी तुलना करना गलत है।
आपको यहां बता दें कि कार्तिक ने सितंबर 2004 में इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था जबकि धोनी ने इसके तीन महीने बाद दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। दिग्गज क्रिकेटर ने कहा कि धोनी का करियर पूरी तरह से अलग था और मेरा करियर पूरी तरह से अलग है। वे काफी बेहतरीन खिलाड़ी हैं और मैं शर्मिला था। धोनी आज के दौर में ऐसे व्यक्ति हैें जो युवाओं की मदद के लिए खुलकर बोलते हैं और मेरा मानना तो ये है कि उनकी तुलना मुझसे करना पूरी तरह गलत हैं क्योंकि मैं जिस भी स्थिति में हूं खुश हूं।
कार्तिक ने कहा कि मैंने सालों तक जो अच्छे काम किए हैं ये उसी प्रताप है जो मुझे आखिरी गेंद में छक्का जड़ने का मौका मिला। मुझे नहीं लग रहा था कि वो शॉट छक्के के लिए जा पाएगा। मेरे लिए उस पल को शब्दों में बयां करना कठिन है। उन्होंने कहा कि मुंबई के क्रिकेटर अभिषेक नायर के साथ समय बिताने से उन्हें इस खेल के मानसिक पहलू में मजबूती हासिल करने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि अभिषेक नायर मेरे करियर के पिछले ढाई साल में बेहद महत्वपूर्ण कारक रहे। उन्होंने मुझे मैचों के लिए तैयार होने और मुझे रणनीति के अनुसार तैयारी करने में मदद की। वह यह भी जानते हैं कि कड़ी मेहनत करने का सही तरीका क्या है। वह नदी हैं और मैं नाव।