रांची। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख अपने मस्करी के लिए ज्यादा जाने जाते हैं। उनकी बाते कुछ ऐसी होती है,जिस पर बिना हंसे रहा ही नहीं जा सकता यहीं नहीं लोकसभा में जब लालू सांसद थे तब वहां के माहौल को खुशनुमा बनाने के लिए लालू ऐसी-ऐसी बाते कह देते थे जिसे सुनकर प्रधानमंत्री से लेकर विपक्ष के नेता और अध्यक्ष भी ठहाके लगाने लगते थे। लालू यादव अब भी अपनी मस्करी से बाज नहीं आए हैं। दरअसल सीबीआई की विशेष कोर्ट में बुधवार को जब लालू जज के साथ संवाद के लिए हाजिर हुए तो लालू ने मस्करी करते हुए कहा कि अगर आप मुझे रिहा कर देते तो मैं दही-चूड़ा खाता और आपको भी बुलाता।
लालू की ये बात सुनकर पूरा कोर्ट ठहाके लगाकर हंसने लगा। वहीं जज ने भी लालू की बात पर नहले में दहला देते हुए कहा हम आपके लिए इसकी व्यवस्था यहीं कर देते हैं। इसके बाद लालू ने कहा कि ई विभाग तो हम यादव लोगों का ही है सर, रिहा होकर जाते तो आपको भी बुलवाकर चूड़ा-दही खिलाते। हम लोगों को एक ही दिक्कत है महोदय कि जेल अधीक्षक सप्ताह में एक ही दिन किसी से मिलने देते हैं, वह भी तीन व्यक्ति से ही मिल सकते हैं। जेल में मिलने वाला इंतजाम कीजिए न सर। इस पर जज ने कहा कि सिविल कोर्ट में कर दें क्या। मिलने के लिए ही तो कोर्ट बुलाते हैं। जेल मैनुअल बदलने का पावर तो विधायिका का है। वही कानून बनाती है।