लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि वह सोमवार से शुरू हो रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की बैठक में शामिल नहीं होंगे. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष ने एक न्यूज के प्रोग्राम में कहा, “मुझे आरएसएस के बारे में ज्यादा ज्ञान नहीं है. मैंने केवल सरदार पटेल द्वारा आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने के बारे में पढ़ा है और उस पाराग्राफ को पढ़कर, मेरे पास बैठक में भाग लेने का साहस नहीं है.”
जिसे सरदार पटेल ने प्रतिबंधित किया था
अखिलेश ने कहा, “मैं हमेशा इस बात पर जोर देता हूं कि सभी को उन मामलों के बारे में कम से कम पढ़ना चाहिए, जिसे सरदार पटेल ने प्रतिबंधित किया था. यह सुनिश्चित करेगा कि उन्होंने जो कुछ भी उस समय कहा था, वह स्थिति आज भी बनी हुई है.”
सभी के परिवार में लड़ाई होती है,
आरएसएस यहां विज्ञान भवन में ‘भविष्य का भारत : आरएसएस का दृष्टिकोण’ पर तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला आयोजित करेगा. मोहन भागवत इस समय आरएसएस प्रमुख हैं. यादव परिवार में चल रहे झगड़े के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “सभी के परिवार में लड़ाई होती है, कौन-सा ऐसा परिवार है, जिसमें लड़ाई नहीं होती है?”
जाति और धर्म के नाम पर चुनाव लड़ती है बीजेपी
वहीं, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा, “हां जिस आदमी का परिवार ही नहीं हो, वहां कैसे कोई लड़ाई हो सकती है.” बीजेपी पर हमला बोलते हुए यादव ने कहा कि बीजेपी विकास के नाम पर नहीं, बल्कि जाति और धर्म के नाम पर चुनाव लड़ती है. उन्होंने कहा, “बीजेपीपा विकास के नाम पर नहीं जीतती है, बल्कि जाति और धर्म की राजनीति के जरिए जीतती है.”