लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और सपा के विलय का शुक्रवार को एलान संभव हो सकता है। कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से पहले गुरूवार को अखिलेश यादव ने सपा के दिग्गज नेताओं से साथ महामंथन किया। इस महामंथन में नरेश अग्रवाल, नीतीन अग्रवाल राजा भैया समेत कई नेताओं से अखिलेश ने बातचीत की। अखिलेश यादव कांग्रेस के लिए 89 सीटें छोड़ने के लिए तैयार हो गए हैं। सपा के 14 उम्मीदवार कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने सपा से 100 सीटों की मांग की है लेकिन सपा कांग्रेस को 100 सीटे देने के मूड में नहीं है। दोनों पार्टियों के बीच इस बात को लेकर खींचतान चल रही है, जिसे खत्म करने का प्रयास लगातार जारी है। सूत्रों का यह भी कहना है कि अखिलेश यादव, राहुल गांधी के साथ मिलकर इस बात पर चर्चा करके सपा-कांग्रेस के विलय का एलान कर सकते हैं।
आरएलडी अकेले मैदान में
गुरूवार को कांग्रेस, सपा और आरएलडी के विलय की खबरों को आरएलडी ने खारिज कर दिया है। पार्टी की ओर से साफ किया गया है कि आरएलडी आागमी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह ने महगठबंधन में विलय की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक दोनों पार्टियों में एक होने की सुलह पर हुए विचार पर सहमति नहीं बना पाई है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि पार्टी लगातार कांग्रेस से संपर्क बनाए हुए है।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता किरणमय नन्दा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विस चुनावों में कांग्रेस के अलावा किसी भी दल से कोई गठबन्धन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ 2017 ही नहीं बल्कि 2019 भी है। हमारी ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।