सियोल। दक्षिण कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हे को भ्रष्टाचार के एक पुराने मामले में 24 साल की सजा सुनाई गई है। पार्क को सत्ता का दुरुपयोग, रिश्वतखोरी समेत कई आपराधिक मामलों में दोषी करार दिया गया है। दक्षिण कोरिया में आमूमन अदालती फैसलों का टीवी पर प्रसारण नहीं किया जाता, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब कोर्ट के फैसले का सीधा प्रसारण किया गया है। वहीं पार्क भ्रष्टाचार के मामले में सजा पाने वाली दक्षिण कोरिया की तीसरी पूर्व राष्ट्रपति हैं।
दक्षिण कोरियाई मीडिया के मुताबिक सियोल की अदालत ने दस महीने से ज्यादा समय तक चले इस केस में 66 वर्षिय पूर्व राष्ट्रपति पार्क को 24 साल के कारावास की सजा सुनाई है। जज किम से-यून ने पार्क की करीबी सहेली चोई सून-सिल का जिक्र करते हुए कहा कि चोई के साथ मिलकर पार्क ने 2.17 करोड़ डॉलर की रिश्वत मांगी थी इसलिए मैं आरोपी पार्क को 24 साल कैद की सजा सुनाते हुए 1,70 करोड़ डॉलर का मुआवजा भरने का आदेश देता हूं। हालांकि पार्क फैसले के समय मौजूद नहीं थी।
पार्क ने हिरासत में रखे जाने के विरोध में ज्यादतर सुनवाई का बहिष्कार किया था। आपको बता दें कि पार्क दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति पार्क चुंग-ही की बेटी हैं। उनके पिता 1963 से लेकर 1979 तक राष्ट्रपति रहे। पद पर रहते उनकी हत्या कर दी गई थी। पार्क साल 2013 में दक्षिण कोरिया की पहली महिला राष्ट्रपति चुनी गई थीं लेकिन पद पर रहने के चार साल बाद वे भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गई।
गौरतलब है कि उनके खिलाफ पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ था। संसद में उन पर महाभियोग चलाया गया और पिछले साल मार्च में अपदस्थ किए जाने के बाद से वह जेल में हैं। पार्क से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों के केंद्र में उनकी सहेली चोई सून-सिल थी। चोई को इस साल फरवरी में दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी सैमसंग और लोट्टे समेत दक्षिण कोरिया के कई प्रमुख कारोबारी समूहों से रिश्वत लेने के मामलों में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। सिल को अक्टूबर, 2016 में गिरफ्तार कर लिया गया था।