नई दिल्ली। 500 और 1000 के नोटो को बंद करने के बाद लोग ज्यादातर ऑनलाइल पेमेंट कर रहे है। फिर चाहे छोटी से छोटी चीज को खरीदना हो या फिर किसी बड़े सामान का पेमेंट करना। लेकिन अब जल्द ही आपके सभी डेबिट और क्रेडिट कार्ड की छुट्टी होने वाली है..और अगर ऐसा हुआ तो सिर्फ एक कार्ड ही मान्य होगा और वो है आपका आधार कार्ड।
जानकारी के मुताबिक कैशलेस इकॉनामी को बढ़ावा देने के लिए सरकार मोबाइल एप बना रही है। जिसका इस्तेमाल करके व्यापारी और दुकानदार आधार – आधारित भुगतान हासिल कर सकेंगे…लिहाजा ऐसा होने पर आपको कोई भी भुगतान करने के लिए पिन और पासवर्ड जैसी प्रकियाओं से छुटकारा मिल जाएगा। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकार (यूआईडीएआई) की योजना के आधार पर बॉयोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन क्षमता को बढ़ाकर 40 करोड़ रुपए प्रतिदिन करना है। अगर ऐसा हो पाया तो सरकार कैशलेश समाज के अपने लक्ष्य के लिए इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकेगी।
यूआईडीएआई के मुख्य अधिकारी अजय भूषण पांडे ने इस मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि लेनदेन के इस तरीके के बारे में जागरुकता फैलानी होगी। लेकिन सबसे पहले प्रमाणन क्षमता को बढ़ाकर 40 करोड़ रुपए करना होगा। इस तरह का ट्रॉजैक्शन कार्ड के बिना और पिन नवंबर डाले बगैर किया जा सकेगा। मोबाइल फोन यूजर्स अपने आधार नवंबर और फिंगर प्रिंट के जरिए डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने इसको साकार करने के लिए काम करना शुरु कर दिया है।
गौरतलब है कि सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1000 के नोटों को बंद करना का ऐलान किया था। जिसके बाद सरकार लगातार देश वासियों से कैशलेस इकॉनामी की ओर बढ़ने की बात कह रही है। हालांकि सरकार के इस फैसले के खिलाफ कई पार्टियां जमकर विरोध कर रही है। लेकिन परेशानी की बावजूद भी जनता कही न कही सरकार के इस फैसले का समर्थन करती दिखाई दे रही। वहीं गुरुवार को अमेरिका ने भी मोदी सरकार के इस नोटबंदी फैसले का समर्थन किया।