मुंबई। अजान को लेकर मीडिया की सुर्खियों में आए गायक सोनू निगम इस विवाद के सामने आने के बाद 19 अप्रैल की दोपहर के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए और फिर उन्होंने इस बात को दोहराया की वे इस्लाम या किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं हैं। साथ ही सोनू ने अपना सर भी मुंडवा लिया।
इस विवाद के चलते बंगाल के एक मुस्लिम नेता ने फतवा जारी करके सोनू निगम का सर गंजा करने वाले को दस लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। सोनू निगम का सर गंजा करने वाले हेयर कटिंग मास्टर अलीम थे, जो खुद मुस्लिम हैं। अलीम भी सोनू के साथ मीडिया के सामने आए।
इस पूरे मुद्दे पर पहली बार मीडिया के सामने आए सोनू निगम ने खुलकर इस विवाद से जुड़े पहलूओं पर अपनी बातें रखीं। उन्होंने दोहराया कि वे किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं न उन्होंने धर्म के खिलाफ कुछ लिखा। उन्होंने सिर्फ लाउडस्पीकर से होने वाले शोर की बात कही थी और अपनी बात में मैंने मंदिर और गुरुद्वारों का भी उल्लेख किया था कि वहां भी लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि उनका मकसद किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का कभी नहीं था, न ही उन्होने किसी के अपमान में कुछ बोला। उन्होंने कहा की जिस तरह से बात का बतंगड़ बना दिया गया, उसे लेकर वे खुद हैरान हैं की ऐसा करने की क्या जरुरत थी।
इस मुद्दे पर उनकी आलोचना करने वालों को लेकर सोनू ने साफ कहा कि वे किसी की परवाह नहीं करते और जो उनको कहना था, वे कह चुके हैं। उन्होंने कहा कि आलोचना करने वाले तथ्यों की अनदेखी करना चाहते हैं, तो इसमें वे कुछ नहीं करना चाहते। सोनू निगम ने गायक तलत अजीज का जिक्र किया, जो उनके करीबी दोस्त हैं। सोनू निगम ने कहा कि वे उनके घर में भी नमाज पढ़ चुके हैं। सोनू ने कहा कि उनके मुस्लिम दोस्तों की कमी नहीं है और इस मुद्दे पर उनको सभी दोस्तों से समर्थन मिला है। सोनू ने मो. रफी का भी जिक्र किया, जिनको वे अपना गुरु मानते हैं।