नई दिल्ली। वर्तमान समय में कांग्रेस के साथ काभी उठक-पटक होती दिखाई दे रही है। आए दिन कांग्रेस एक नई चाल चलती नजर आ रही है। लेकिन अबकी बार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुद पीएम मोदी व भाजपा को समर्थन देने के लिए एक नए प्रस्ताव को लिए उन्हें पत्र लिखा है। सोनिया गांधी ने अपने पत्र में पीएम मोदी से महिला आरक्षण को लेकर गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि भाजपा के पास पूर्ण बहूमत है, इस लिए केंद्र में महिला आरक्षण बिल को आप ही पास करा सकते हैं। इस बिल में कांग्रेस आपका पूर्ण रूप से समर्थन करने के लिए तैयार है। लेकिन आप इस बिल को लोकसभा में जल्द से जल्द लेकर आएं।

उन्होंने कहा कि इस बिल को हमने राज्यसभा में तो पास करा लिया है। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को 543 सांसद मिले हैं, जिनमें से 62 महिला सांसद हैं। लेकिन केंद्र में आपके पास संपूर्ण बहुमत है, इस लिए लोकसभा में इस बिल को आप ही पास करा सकते हैं। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 20 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से महिला आरक्षण बिल को लेकर गुहार लगाई है। उनका कहना है कि यह बिल सन् 2010 से अटका पड़ा है, इसलिए आप पूर्ण बहुमत का फायदा उठाते हुए तथा महिलाओं के लिए एक नए विकल्प की शुरुआत करते हुए इस बिल को लोकसभा में पास कराइएं। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी से यह भी कहा है कि कांग्रेस इस बिल के आधार पर भाजपा को समर्थन देने के लिए तैयार है। उन्हेंने कहा कि हम इस बिल का हमेशा से समर्थन करते आए हैं तथा आगे भी ऐसे ही करते रहेंगे।
सोनिया गांधी ने इस बिल को लेकर पीएम से कहा कि आपके आगे बढ़ने के लिए एक अच्छा विकल्प भी है और यह बिल महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर देश के लिए एक काफी बड़ा कदम भी है। सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर एक काफी महत्वपूर्ण बात भी याद दिलाई, उन्होंने लिखा कि इस बिल को मेरे दिवंगत पति तथा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी संविधान संशोधन विधायकों के द्वारा पहली बार महिलाओं के आरक्षण को लेकर नियम लागू किया था। उन्होंने कहा कि इस बिल को 1989 में तो विपक्ष ने पास नहीं होने दिया था, लेकिन 1993 में इस बिल को हमने पास करा दिया था, और इससे पहले साल 2009 के लोकसभा चुनावों में 58 महिलाएं जीत कर लोकसभा में पहुंची थी।