नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को मोदी सरकार पर लोगों की आवाज को बंद करने और ऐसे कानून लाने का आरोप लगाया जो उन्हें स्वीकार्य नहीं है। जामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई और नागरिकता अधिनियम में संशोधन के खिलाफ राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिलने के बाद सोनिया गांधी ने मीडिया के सामने ये आरोप लगाया।
विभिन्न दलों के नेताओं के साथ राष्ट्रपति से मिलने पहुंची सोनिया गांधी ने विरोध दर्ज कराया और ऐसा न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के साथ उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग किया, उससे बहुत पीड़ा हुई और पुलिस कर्मियों ने जामिया मिलिया इस्लामिया में महिलाओं के छात्रावासों में प्रवेश किया और छात्रों को बेरहमी से पीटा।
गौरतलब है कि दिल्ली में सैकड़ों छात्र जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप सड़कों पर उतरे जहां रविवार को हिंसक प्रदर्शन हुआ था। इसके बाद सीलमपुर में करीब डेढ़ घंटे तक हुई झड़पों में 12 पुलिसकर्मियों और छह नागरिकों समेत 21 लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि उन्होंने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने की बात से इनकार किया। पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है।