नई दिल्ली। देश की आजादी के बाद सबसे पहली राजनीतिक पार्टी का आज 136वां स्थापना दिवस मना रही है। पार्टी ने आज 135 वर्ष पूरे कर लिए हैं। आजादी से 62 साल पहले 28 दिसंबर 1885 को मुंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में कांग्रेस का जन्म हुआ था। स्कॉटलैंड के एक रिटायर्ड अधिकारी एओ ह्यूम ने कांग्रेस पार्टी की स्थापना की थी। स्थापना दिवस के मौके पर कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बधाई दी है। कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक वीडियो जारी कर कार्यकर्ताओं के नाम सोनिया गांधी ने संदेश जारी किया है। हालांकि इस मौके पर राहुल गांधी देश में मौजूद नहीं हैं, वो अपने किसी व्यक्तिगत काम से विदेश रवाना हो गए हैं। इसी बीच गिरिराज सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि भारत में राहुल गांधी की छुट्टी खत्म हो गई है, आज वह इटली वापस चले गए।
देश को आजादी बड़े ही संघर्ष से मिली-
बता दें कि सोनिया गांधी ने कहा कि सभी प्यारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कांग्रेस स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आजादी की लड़ाई से लेकर अब तक इस सफर में कांग्रेस ने देश प्रेम, निडरता, बगैर स्वार्थ जनसेवा, भाईचारा, एकता और अखंडता जैसे मूल्यों के लिये ही संघर्ष किया। एक जन आंदोलन के रूप में शुरू हुई कांग्रेस के सामने आजादी के संघर्ष में ऐसे कई मोड़ आए जब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं पर अत्याचार किए गए। लेकिन कांग्रेस जन भारत की आजादी के अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटे। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि कार्यकर्ताओं ने काला पानी की सजा हुई, जेल गए, लाठियां खाई, गोलियों के आगे सीना तानकर खड़े हो गए। जान की कुर्बानी दी पर वो आजादी के लिए लड़े और देश को आजादी हासिल हुई। आजादी के बाद भी कांग्रेस ने देशवासियों के साथ कदम से कदम मिलाकर मजबूत भारत की नींव रखी।
देश में आजादी के पहले जैसी स्थिति हुई- सोनिया गांधी
इसके साथ ही सोनिया गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी से पहले जैसी स्थितियां देश में थीं वैसी एक बार फिर हो गई हैं। जनता के अधिकारों को कुचला जा रहा है, चारो ओर तानाशाही का आलम है। बेरोजगारी चरमसीमा पर है, खेत खलिहान पर हमला बोला जा रहा है, देश के किसानों पर काले कानून थोपे जा रहे हैं। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम एक बार फिर देश की तानाशाही ताकतों से लोहा लें और देश को बचाएं।