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पाकिस्तान के इस मंदिर से है ‘गांधी परिवार’ का खास कनेक्शन…

priyanka sonia पाकिस्तान के इस मंदिर से है 'गांधी परिवार' का खास कनेक्शन...

नई दिल्ली। महाशिवरात्रि के पर्व पर देशभर के शिवालय बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठा है। वाराणसी की काशीविश्वनाथ मंदिर हो या फिर सोमनाथ मंदिर सभी जगह लोग लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। वहीं ऐसी खबर आ रही है कि शिवरात्रि के इस पावन अवसर पर पाकिस्तान में स्थित कटासराज शिव मंदिर में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी बेटी प्रियंका वाड्रा ने विशेष पूजा-अर्चना के लिए सामग्री भिजवाई है।

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जानकारी के मुताबिक सोनिया और प्रियंका द्वारा भेजी गई इस सामग्री को लेकर हरिद्वार की सनातन धर्म संस्था का 5 लोगों का दल गया है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि गांधी परिवार की तरफ से इस मंदिर के लिए पूजन सामग्री भेजी गई है हर साल इस महापर्व पर इस परिवार की तरफ से विशेष रुद्राभिषेक होता है।

इसलिए मशहूर है पाकिस्तान का कटासराज मंदिर:-

ये मंदिर पाकिस्तानी पंजाब के उत्तरी भाग में नमक कोह पर्वत में स्थित हिंदुओं का फेमस तीर्थ स्थान है। हालांकि यहां पर शिव के प्रचीन मंदिरों के अलावा और भी मंदिर है। इतिहासकारों एवं पुरात्तव विभाग के अनुसार इस स्थान को शिव का नेत्र माना जाता है। कहा जाता है कि जब मां पार्वती सती हुईं तो भगवान शिव की आंखों से दो आंसू टपके एक आंसू कटास पर टपका जहां पर अमृत बन गया तो दूसरा आंसू अजमेर राजस्थान में टपका जहां पुष्करतीर्थ बन गया।

mandir पाकिस्तान के इस मंदिर से है 'गांधी परिवार' का खास कनेक्शन...

अज्ञातवास में पानी की खोज में यहां आए थे पांडव:-

ऐसा कहा जाता है कि राजपाट को जुए में हराकर वन-वन भटक रहे पांडव इस कुंड पर पानी की तलाश करते हुए आए थे लेकिन इस कुंड पर यक्ष का एकाधिकार था। लिहाजा उन्होंन शर्त रखी सवालों का सही जवाब देने पर वो इस पानी का सेवन कर सकेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं और प्यास के कारण पांडव मूर्छित हो गए। आखिर में उन्हें खोजते हुए युधिष्ठिर पहुंचे और सभी सवालों का जवाब देने के बाद चारों भाइयों को पानी पिलाया।

pakistan temple पाकिस्तान के इस मंदिर से है 'गांधी परिवार' का खास कनेक्शन...

दो रंग का सरोवर कही गहरा तो कही गहराई बहुत कम:-

इस कुंड का रंग एक समान नहीं है लिहाजा इसकी गहराई भी समांतर नहीं है। जहां सरोवर का रंग हरा है वहां गहराई कम है और जहां पर पानी बहुत गहरा है वहां का पानी नीला है। मान्यता है कि ये सरोवर शिव के आंसुओं से बना।

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