होदिदा। सूडान जा रहे शरणार्थियों पर यमन के तट पर गौलीबारी का सामना करना पढ़ा। इस हमले में 42 लोगों की मौत हो गई है। यह शरणार्थी एक बोट पर मौजूद थे और यमन के शिया विद्रोहियों ने इस हमले का आरोप साउदी नेतृत्व वाले गठबंधन पर लगाया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में बचे एक यमन तस्कर ने बताया की यह बोट सोमानिया के शरणार्थियों से भरी हुई थी, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। यह शरणार्थी यमन के रसअर्रा से दक्षिण तटीय शहर होदिदा से होते हुए सूडान जा रहे थे कि जंगी जहाज और हैलिकॉप्टर से उनपर खुलेआम फायरिंग शुरु कर दी गई। हमले में बचने वाले तस्कर अल-हसन ने यह भी कहा की फायरिंग को रुकवाने के लिए शरणार्थियों ने फ्लैशलाइट जला कर सिग्नल भी दिए लेकिन जब तक यह बात हमलावरों को समझ आई तब तक दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी थी।
यूएस माइग्रेशन एजेंसी के सीनियर अवसर ने बताया की इस हमलें के बाद 42 शव मिले है और हमले में बचें 75 पुरुषो और 15 महिलाओं को डिटेंशन सेंटर्स ले जाया गया है।
आपको बता दें की साऊदी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना यमन के होदिदा के नजदीकी तटीय इलाके पर अक्सर गोलीबारी करते रहते है। सेना का आरोप है की हाउदी विद्रोही इन इलाकों में छोटी नावों के जरिए हथियारों की तस्करी करता है।