देहारादून। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को और भी बेहतर बनाने व उनमे पारदर्शिता लाने के लिए प्राधिकरण ने एक नया सॉफ्टवेयर बनाया है,जिसको प्रोजेक्ट मैनेजमेंट नाम दिया गया है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए अलग-अलग प्रकार के विकास कार्यों पर पारदर्शी और प्रभावी रूप से कार्य किया जा सकेगा। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव ने विकसित सॉफ्टवेयर का अवलोकन के निर्देश दिए और कहा कि नए वित्त वर्ष में विकास से जुड़े कार्यों का निस्तारण अब से ई-फाइल के द्वारा नए सॉफ्टवेयर के जरिए किया जाएगा।
उपाध्यक्ष के मुताबिक हर काम के अलग-अलग तारिख के सॉफ्टवेयर होने के कारण प्रत्येक कार्य के प्रगति की जानकारी अब सीधा मुझे मिलती रहेगी, ताकि देरी होने के कारण अधिकारी से इसकी वजह पूछी जा सके। डाटा बेस में पीडबल्यूडी, सीपीडबल्यूडी के समस्त सिड्यूल आॅफ रेटस उपलब्ध रहेगे, ताकि अधिकारियों द्वारा एस्टीमेट और आगणन में सुगमता आ सके वं गलती की भी कोई संभावना न बचे। इस सॉफ्टवेयर के बाद साईट पर किए जा रहे कार्य की भौतिक स्थिति की जानकारी जीओटैग्ड फोटोग्राफ के जरिए मोबाइल एप के द्वारा ली जाएगी।
इस अलावा साॅफ्टवेयर के माध्यम से ये स्थिति भी स्पष्ट हो पायेगी कि कार्य किस स्तर पर कितने समय से लम्बित है साथ ही इसकी सूचना सम्बन्धित अधिकारियों को एस0एम0एस0 व ई-मेल के माध्यम से उनके समय समय पर उपलब्ध करायी जाती रहेगी साथ ही कार्यदायी संस्था को उनके कार्य के अनुपात में ही भुगतान आरटीजीएस व नेट बैंकिग के माध्यम से किया जायेगा। इस साॅफ्टवेयर के माध्यम से प्राधिकरण अपनी विभिन्न बहुउद्देशिय परियोजनाओं की जानकारियां सुगमता से उपलब्ध की जा सकेगी और सभी कार्यों में पारदर्शिता भी आयेगी।