बंगलुरू। उत्तर और मध्य भारत में भगवा परचम लहराने के बाद बीजेपी अब दक्षिण में सेंध लगाने की कोशिश में है। इस कड़ी में सबसे पहला नंबर कर्नाटक का है, क्योंकि यहां इसी साल अप्रैल तक चुनाव होने की संभावना है। ऐसे में सूबे की सियासी बिसात पूरे तरीके से बिछ चुकी है। बीजेपी की ‘कर्नाटक नवनिर्माण यात्रा’ भी अंजाम तक पहुंच गई है।

बता दें कि पूरे कर्नाटक में करीब ढाई महीने तक चली नवनिर्माण यात्रा पूरी होने के बाद रविवार को एक रैली आयोजित की गई है। इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिस्सा ले रहे हैं। हालांकि, यात्रा पूरी होने के मौके पर 28 जनवरी को पीएम को रैली में शिरकत करनी थी, लेकिन उनकी व्यस्तता के चलते रैली टाल दी गई थी। अब पीएम इस रैली को संबोधित करने जा रहे हैं, जिससे ठीक पहले एक बार फिर सूबे में सियासत गरमा गई है।
वहीं महादायी जल विवाद को लेकर कन्नड़ समर्थित संगठनों ने आज बंद बुलाया है। साथ ही विरोध प्रदर्शन का भी आह्वान किया है। हालांकि, कर्नाटक हाई कोर्ट ने इस बंद को अवैध ठहराया है। वहीं, कांग्रेस सीधे तौर पर इस प्रदर्शन का समर्थन नहीं कर रही है, लेकिन माना जा रहा है कि प्रदर्शकारियों को उसका संरक्षण प्राप्त है।
साथ ही महादायी जल विवाद कर्नाटक की राजनीति में बड़ा मुद्दा है। महादायी नदी उत्तर-पश्चिमी कर्नाटक के बेलागावी जिले के पश्चिमी घाट के भीमगढ़ से शुरू होकर गोवा तक जाती है। कर्नाटक 2001 से ही गोवा से 7.6 अरब क्यूबिक फीट नदी का पानी छोड़ने की मांग कर रहा है। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है. जिसे लेकर किसान और उनसे जुड़े संगठन नाराज हैं। जुलाई 2016 में महादायी जल विवाद ट्रिब्यूनल (एमडब्ल्यूडीटी) ने कर्नाटक के दावे को ठुकरा दिया था।