ललितपुरः बरसात के मौसम में सर्पदंश की घटनाएं अक्सर बढ़ जाती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में झाड़-फूंक के चलते काफी लोगों की जान चली जाती है। गांव में लोग सांप काटने के बाद डॉक्टरों से इलाज करने के बजाय झाडफूंक में ज्यादा यकीन करते हैं और पीड़ितों को ओझा के पास ले जाना ज्यादा उचित समझा जाता है।
यूपी के ललितपुर जिले में पिछले 17 दिनों में 5 महिलाओं सहित 7 लोगों की सांप काटने से मौत हो चुकी है। मड़ावरा कस्बा के निवासी नत्थूलाल को खेत में चारा काटते समय सांप ने काट लिया, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले जाने के बजाय ओझा के पास ले गया, जहां उनकी मौत हो गई। जखौरा थाना क्षेत्र के सगौरिया गांव के रहने वाली विमलेश पत्नी संतराम को घर में सोते समय एक सांप ने काट लिया। उनका भी इलाज कराने परिजन ओझा के पास ले गए और उनकी मौत हो गई।
जिले में 7 ऐसे मामले पिछले 17 दिनों में सामने आए हैं, जिनकी सांप काटने से मौत हुई है। ओझाओं के चक्कर में लोग डॉक्टरों के पास इलाज के लिए नहीं जाते हैं। ऐसे में झाड़फूंक का सहारा लेते हुए इलाज करते हैं। इस दौरान 7 लोगों की मौत हो चुकी है।