नई दिल्ली। बुधवार को संसद का विशेष सत्र आयोजित किया गया था । इस सत्र में विपक्ष की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सदन को सम्बोधित कर रही थीं। मौका था आजादी के आंदोलन के 75 वीं वर्षगांठ का। इस मौके पर पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सदन को सम्बोधित किया इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने सम्बोधित करते हुए संघ पर निशाना साधा और बातों बातों में कहा कि कई लोगों ने इस आंदोलन का विरोध किया था। जो इस आंदोलन के साथ कभी नहीं खड़े रहे थे। इन में कई संगठन शामिल थे।
ये चर्चा सदन में भारत छोड़ो आंदोलन की 75 वी बरसी पर आयोजित थी। इसी बात को लेकर केन्द्रीय कपड़ा मंत्री और राज्यसभा में गुजरात से जीत कर दुबारा पहुंची स्मृति ईरानी ने सोनियां गांधी के संसद में दिए गये इस बयान पर तंज कसते हुए कहा है कि लगातार साल 2014 से हार का दंश झेलते – झेलते कभी सत्ता में छाए रहने वाले नेहरूवंश की ये हताशा और दयनीय अवस्था का परिचय है ये बयान वाकई निराशा जनक है।
केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोशल मीडिया पर इस बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि सोनिया ने ये साबित कर दिया कि परिवारिक संबंध अन्य बातों के ऊपर हैं। बुधवार को संसद में कांग्रेस अध्यक्ष ने मौजूदा एनडीए सरकार की नीतियों पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना भी साधा था। इसके साथ ही संघ में निशाना साधते हुए अपनी तीखी टिप्पणी की थी।