लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अप्रैल तक 6615 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओ ने संयोजन करा लिया है। उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने केंद्रीय ऊर्जा सचिव से मांग की है कि प्रीपेड मीटर उच्च गुणवत्ता के ही लगाए जाएं।
वहीं उपभोक्ता परिषद ने एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा से मांग की है कि दोषियों को किसी भी दशा में बख्शा ना जाए। उन पर कठोर कार्रवाई की जाए।
स्मार्ट मीटर बवाल की जड़
परिषद का कहना है कि विद्युत उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ाने और हर घर बिजली पहुंचाने के लिए केंद्र व राज्य सरकारें योजनाएं चला रही रहीं हैं लेकिन जबसे उत्तर प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगना शुरू हुआ है तबसे विवाद ही विवाद उत्पन्न हो रहे हैं।
स्मार्ट मीटर में भार जंपिंग, तेज चलने, जन्मास्टमी के दिन लाखों स्मार्ट मीटर उपभोक्तओं की बत्ती गुल होने का समेत तमाम शिकायतें आ चुकी हैं। परिषद ने कहा कि प्रदेश में भले ही स्मार्ट मीटर लगना बंद है लेकिन अब तक लग चुके 12 लाख स्मार्ट मीटर पर भी सरकार को उचित निर्णय लेना होगा।
उपभोक्ता परिषद जल्द भेजेगा प्रस्ताव
अब जब केंद्र सरकार स्मार्ट मीटर की जगह प्रीपेड मीटर लाने की बात कह रही है तो उपभोक्ता परिषद पूरी तरह चौकन्ना है। इस संबंध में उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने केंद्रीय ऊर्जा सचिव आलोक कुमार से मोबाइल पर बार बात भी की। साथ ही प्रीपेड मीटर की उच्च गुणवक्ता व उसे उपभोक्ता फ्रेंडली टेक्नोलॉजी पर आधारित किए जाने की मांग भी। आलोक कुमारने उपभोक्ता हित में जरूरी सुझाव भेजने को कहा है और जल्द ही उपभोक्ता परिषद एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजेगा।
उपभोक्ताओं की लगातार बढ़ रही नाराजगी
अब एक नया चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें दिसम्बर 2020 तक पूरे प्रदेश में लगभग 1440 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओ ने अपना संयोजन स्थायी विच्छेदन करा लिया था। अब वही तीन महीने के अंदर ही वह संख्या 6615 तक पहुंच गयी है। पूरे प्रदेश में अब तक कुल 6615 स्मार्ट मीटर उपभोक्तओं ने अपना संयोजन पीडी करा लिया है, यानी अपना कनेक्शन ही कटा लिया। यह बेहद चिंता का विषय है। सभी कम्पनियों में हड़कम्प्प मच गया है।
लखनऊ में सबसे ज्यादा कनेक्शन कटवाए गए
संयोजन कटाने वाले सबसे ज्यादा उपभोक्ता लखनऊ के हैं। लखनऊ में 1320, मथुरा में 782, वाराणसी में 542, मेरठ में 1409, इलाहाबाद में 136, गोरखपुर में 112, बरेली में 233, केस्को के 1205 उपभोक्ताओं ने संयोजन कटाया है। पूरे प्रदेश में हजारों स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओ ने संयोजन कटाने के लिए प्रार्थना पत्र भेजा है।