बेंगलुरू। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता एस एम कृष्णा मंगलवार रात अपनी बहन के निधन की खबर सुनकर शहर लौट आए हैं। एमके कृष्णा बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल होने वाले थे।
कृष्णा अपनी पत्नी और परिवार के सदस्यों के साथ कल रात दिल्ली पहुंचे थे। लेकिन उनकी बहन सुनीता के निधन के कारण उनके भाजपा में शामिल होने की संभावना को कुछ समय के लिए टाल दिया गया है। साथ ही कर्नाटक सरकार ने व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों को वापस ले लिया है। इसकी वजह एसएम कृष्णा का कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने का फैसला बताया गया है।
बता दें कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और यूपीए सरकार में विदेश मंत्री रहे एस एम कृष्णा ने भी कांग्रेस पार्टी का हाथ इसी साल जनवरी में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था हालांकि इस्तीफे की वजह का साफतौर पर खुलासा नहीं हुआ। हालांकि कृष्णा ने बातों-बातों में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उम्र के इस पड़ाव पर आकर पार्टी मेरी अनदेखी कर रही है। पार्टी को नेता नहीं मैनेजर चाहिए। हालांकि ये भी कहा जा रहा था कि राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के रवैये से नाराज हैं, जिसके बारे में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखकर भी सूचित किया था।