Cyclone Tauktae: अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान ताउते की रफ्तार अब धीमी पड़ने लगी है। करीब दो दिन तक तबाही मचाने के बाद अब इसकी रफ्तार कम पड़ गई है। बीती रात जब यह तूफान गुजरात के दीव में लैंडफॉल हुआ तो इसकी रफ्तार 60 किमी प्रतिघंटा थी। टकराने के बाद तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। राज्य सरकार ने तूफान से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी बचाव कार्य में 180 से ज्यादा टीमें तैनात की गई हैं। अब तक 2 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। उधर एसडीआरएफ की भी 44 टीमें तैनात की गई हैं।
तूफान से मुंबई में 6 की मौत
अरब सागर से उठे ताउते तूफान ने मुंबई में भीषण तबाही मचाई। शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। वहीं पेड़ और पोल गिरने से भारी नुकसान हुआ है।
महाराष्ट्र में अधिकारियों ने कहा कि महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में भीषण चक्रवाती तूफान से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई और दो नौकाओं के समुद्र में डूब जाने से तीन नाविक लापता हैं।
23 साल में सबसे विनाशकारी चक्रवात
बताया जा रहा है कि 23 साल में पहली बार सबसे ज्यादा विनाशकारी चक्रवाती तूफान टकराया है। उधर गुजरात के निचले तटीय इलाके में दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की 54 टीमें तैनात की गई हैं।
गुजरात सरकार ने कहा कि केंद्र ने चक्रवात से निपटने के लिए गुजरात को हर संभव मदद की पेशकश की है और सेना, नौसेना और वायुसेना को जरूरत पड़ने पर प्रशासन की सहायता के लिए तैयार रहने को कहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने तटीय जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह राज्य सरकार के संपर्क में हैं और उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
1998 को गुजरात में मरे थे 1173 लोग
साल 1998 में गुजरात में एक चक्रवाती तूफान ने भयंकर तबाही मचाई थी। उस साल बड़ी संख्या में लोगों की मौत भी हुई थी। विशेष रूप से कांडला के बंदरगार में। बताया जा रहा है कि इस साल एक हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी। जब 1174 लोग लापता हो गए थे। तो वहीं एक निजी पत्रिका ने दावा किया था कि तूफान में कम से कम 4 हजार लोगों की मौत हुई है।
कर्नाटक में आठ लोगों की मौत
उधर, कर्नाटक में चक्रवात ताउते का तांडव देखने को मिला है। भीषण बारिश और पेड़ गिरने से मलनाड जिले में आठ लोगों की मौत हो गई। कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों की ओर से स्थिति को लेकर जारी रिपोर्ट में बताया गया कि कल सुबह तक 121 गांव और तालुका चक्रवात से प्रभावित हैं। बताया गया कि 547 लोगों को अब तक उनके संबंधित स्थानों से निकाला गया है और चक्रवात से लोगों को बचाने के लिए यहां खोले गए 13 राहत शिविरों में 290 लोग शरण लिए हुए हैं