लखनऊ। योगी आदित्यनाथ अब तक चाहे मंत्रिमंडल का बंटवारा ना कर पाए हो लेकिन कामों को लेकर सख्त हो गए है। प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पहले योगी ने आज सुबह अधिकारियों के साथ बैठक की। तो वहीं प्रदेश में एक के बाद एक कत्लखानों पर ताले लगाए जा रहे हैं। पहले संगम नगरी इलाहाबाद में बूचड़खानों पर ताले लगाए गए और अब मेरठ में एक अवैध बूचड़खाने पर बुलडोजर चलवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि बुलडोजर के जरिए मेरठ इलाके के अवैध बूचड़खाने की जमीन में गड्ढ़ा किया गया और फिर काट कर रखा गया सारा गोश्त दफन कर दिया गया।
मेरठ और गाजियाबाद में सील हुआ बूचड़खाना
मेरठ से पहले एनजीटी के आदेश दिल्ली से सटे गाजियाबाद में प्रशासन ने ना सिर्फ अवैध बूचड़खाने बंद कराए बल्कि इलाके में मीट की दुकानों पर भी कार्रवाई की गई। इस दौरान की दुकानदार अपनी दुकानें छोड़कर फरार भी हो गए।
इन जगहों पर लगे ताले
-अलीगढ़ के कमेला रोड पर अवैध तरीके से चलने वाले बूचड़खानों पर भी छापा कर बूचड़खाने को सील किया गया।
– गोरखपुर से लगे कुशीनगर के पडरौना के बसहियां बनवीरपुर में भी अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई हुई।
वाराणसी
वाराणसी के जैतपुरा के कमलगड़हा में भी बूचड़खाने पर कार्रवाई हुई। एनजीटी ने 2012 में ही इस बूचड़खाने को बंद करने का आदेश दिया था। गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा ने कहा था कि वो प्रदेश की सत्ता पर काबिज होते ही बूचड़खानों पर रोक लगा देगी और सरकार ने इस पर काम करना भी शुरू कर दिया है।