नई दिल्ली। यूपी के चुनावी रण का आगाज हो चुका है। सभी राजनीतिक दलों ने लगभग अपने प्रत्याशियों को तय कर मैदान में उतार दिया है। सूबे में फिजा में चुनाव की गरमाहट साफ देखी जा रही है। हर पार्टी अपने प्रत्याशियों के लिए ताने बाने बुन रही है। दूसरे चरण में सूबे के 11 इन सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत, खीरी, शाहजहांपुर और बदायूं जिलों में चुनाव होने हैं। जिसमें 67 सीटों पर तकरीबन एक करोड़ चार लाख महिलाओं सहित दो करोड़ 28 लाख से अधिक मतदाता इन सीटों पर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
इन 67 सीटों के दंगल में हर पार्टी अपने आपको पहले नम्बर पर लाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही है। क्योंकि इन सीटों में कुछ पश्चिम उत्तर प्रदेश से जुड़ी हैं तो कुछ मध्य उत्तर प्रदेश से इसके साथ ही इन इलाकों में कई बड़े चेहरे भी मैदान में मौजूद हैं। इसलिए इन 11 जिलों की 67 सीटों दंगल कुछ ज्यादा रोचक हो गया है। इन सीटों पर 15 फरवरी को प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है। अब इस दंगल का मैदान कौन मारेगा और कैसे मारेगा ये देखना रोचक होगा।
जानते हैं कहां और किन सीटों पर है दूसरे चरण का दंगल
सूबे में दूसरे चरण का चुनावी दंगल का आगाज हो चुका है। 15 फरवरी को वोटरों द्वारा इन प्रत्य़ाशियों के भाग्य का फैसला होना है। इन 11 जिलों की 67 सीटों की जंग कई माइने में रोचक है। कई बड़े नेता इस बार चुनावी जंग में मैदान में हैं। इसके साथ ही इन सीटों को जानना भी जरूरी है जहां ये दंगल होना है। जिसमें पश्चिम उत्तर प्रदेश के साथ मध्य उत्तर प्रदेश की सीटें हैं। जिसमें सहारनपुर की बेहट, नकुर, सहारनपुर नगर, सहारनपुर, देवबंद, रामपुर मनिहारन, गंगोह तथा बिजनौर जिले की नजीबाबाद, नगीना, बरहापुर, धामपुर, नेहतौर, बिजनौर, चांदपुर, नूरपुर, मुरादाबाद जिले की कांठ, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद रूरल, मुरादाबाद नगर, कुंडरकी, बिलारी , संभल जिले की चंदौसी, असमोली, संभल, गुन्नौर, रामपुर जिले की स्वार, चमरउवा, बिलासपुर, रामपुर, मिलक, बरेली जिले की बहेड़ी, मीरगंज, भोजीपुरा, नवाबगंज, फरीदपुर, भिठारी चौनपुर, बरेली, बरेली कैंट, अमरोहा जिले की धनौरा, नौगावां सादत, अमरोहा, हसनपुर, पीलीभीत जिले की पीलीभीत, बरखेड़ा, पूरनपुर, बिसालपुर, खीरी जिले की पलिया, निघासन, गोला गोकर्णनाथ, श्रीनगर, धौरहरा, लखीमपुर, कास्ता, मोहम्मदी, शाहजहांपुर की कटरा, जलालाबाद, तिलहर, पुवायां, शाहजहांपुर, ददरौल, बदायूं जिले की बिसौली, सहसवां, बिलसी, बदायूं, शेखूपुर, दातागंज । इन सभी सीटों पर 27 जनवरी तक नामांकन होना है। जिसके बाद नामाकंन वापसी 1 फरवरी को और मतदान 15 फरवरी को किया जाना है।
क्या है इन सीटों पर समीकरण
2012 के विधान सभा चुनाव के समीकरणों को देखा जाये तो ये इलाका मुस्लिम और पिछड़ा वर्ग के साथ कुछ इलाकों में जाट वर्ग की बहुल्यता है। 11 जिलों की इन 67 सीटों पर जातीय समीकरणों के साथ प्रत्याशियों का अपना प्रभाव भी झलकता है। सूबे की ये सीटें कई पार्टियों के समीकरणों और गणित को भी प्रभावित करते हैं। क्योंकि पिछड़ी जातियों और मुस्लिम वोटरों की अधिकता के बाद दलितों वोटरों का भी अच्छा प्रतिशत है। इसलिए इस रण में वोटरों को साधने के लिए हर पार्टी अपने नपे तुले समीकरणों के साथ प्रत्याशियों को लेकर भी सजग दिख रही हैं। यहा पर ये कह सकते हैं अगर मुस्लिम और पिछडे वोटरों को किसी भी दल ने साध लिया तो जीत का डंका वही बजायेगा।