नई दिल्ली। सूबे के सियासत में राजनीतिक गरमाहट पूरी तरह से हावी है। लगातार सियासी मंचों से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के दौर भी जारी हैं। अपनी चुनावी गणित को साधने के लिए हर महारथी और सूरमा समीकरणों से ताल मिलकर इस दंगल को जीतना चाह रहा है। पार्टियां अपनी कमर कस कर मैदान में हुंकार भर रही हैं। तो वहीं इसके महारथी भी सत्ता का गुणा-गणित साधने में लगे हैं। हर समीकरण को मापने और तौलने का दौर जारी है। मुद्दों के साथ अन्य गणितों को भी साधा जा रहा है। आगामी 23 फरवरी को चौथे चरण का महासंग्राम जनता को पूरा करना है। लेकिन इसकी तैयारी में हर पार्टी का महारथी रात-दिन एक किए हुए है।
चौथे चरण में कहां-कहां पर होगा दंगल
सूबे में 7 चरणों में ये दंगल खेला जाना है। लेकिन चौथे चरण का दंगल सूबे के 12 जिलों प्रतापगढ़, कौशांबी, इलाहाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर और राय बरेली की 53 सीटों पर खेला जाना है। इन सीटों में बड़ा हिस्सा बुंदेलखंड का है। इन सीटों पर जातीय समीकरण भी सारे समीकरणों पर हावी रहता है। यहां पर पिछड़ी जाति को वोटरों को साधने के साथ अगर कोई पार्टी अपने समीकरणों को बनाती है तो काफी हद से इन सीटों पर दंगल मार लेगी।
कौन कौन सी सीटें आ रही है इस दंगल में
प्रतापगढ़- रामपुर खास , बाबागंज, कुंडा, विश्वनाथगंज, प्रतापपुर, पट्टी, रानीगंज
कौशांबी- सिराथू, मंझनपुर, चायल
इलाहाबाद- फाफामऊ, सोरांव, फूलपुर, प्रतापपुर, हंडिया, मेजा, करछना, इलाहाबाद पश्चिम, इलाहाबाद उत्तर, इलाहाबाद दक्षिण, बारा, कोरांव
जालौन- माधौगढ़, कालपी, उरई
झांसी- बबीना, झांसी नगर, मउरानीपुर, गरौठा
ललितपुर- ललितपुर, मेहरौनी
महोबा- महोबा, चरखारी
हमीरपुर- हमीरपुर, राठ
बांदा- तिंदवारी, बबेरू, नरैनी, बांदा
चित्रकूट- चित्रकूट, मानिकपुर
फतेहपुर-जहानाबाद,बिंदकी,फतेहपुर,अयाहशाह,हुसैनगंज,खागा
रायबरेली-बछरावां,हरचंदपुर,रायबरेली,सलोन,सरैनी,ऊंचाहार
इस चरण के चुनावी समर में 1.84 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग इन 53 सीटों पर करेंगे। इसके लिए 19,487 पोलिंग बूथ बनाए गये हैं। साल 2012 में ये रण सपा के पाले में रहा है। उसके पहले बसपा ने साल 2007 में अपनी चमत्कारिक जीत दर्ज कर सत्ता को पाया था।