अखिलेश यादव की सरकार में कद्दावर नेता रहे और गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रजापति की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। एसआईटी जांच में गायत्री प्रजापति को दोषी पाया गया है। जिसके बाद शुक्रवार को गैंगरेप आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति और 6 अन्य आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। एसआईटी जांच में पाया गया कि गायत्री ने कई बार पीड़िता को कॉल की थी। वह गायत्री के दोनों ही सरकारी आवास पर आकर रुकती थी। इस संदर्भ में गायत्री के नौकर, माली और रसोइये के बयान दर्ज किए गए हैं। सभी तथ्यों और पीड़िता के बयान के आधार पर एसआईटी ने अपनी चार्जशीट तैयार की है।
आपको बता दें कि 18 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गायत्री प्रजापति और उनके साथियों के खिलाफ कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। बुंदेलखंड की रहने वाली पीड़िता ने आरोप लगाया था कि मौरंग का पट्टा दिलाने के नाम पर गायत्री और उनके साथियों ने उसके साथ गैंगरेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया है। वही पीड़िता ने गायत्री पर उसकी नाबालिग बेटी से रेप की कोशिश का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि जांच के दौरान पीड़िता ने सीओ अमिता सिंह पर बयान बदलने का आरोप लगाया था। पीड़िता का कहना था कि सीओ ने उन्हें धमकाने की कोशिश की है और उनसे जबरदस्ती बयान बदलवाया जा रहा है। जिसके बाद पीड़िता ने उसकी बेटी को अगवा करने की रिपोर्ट चित्रकूट कोतवाली में दर्ज कराई थी।