नई दिल्ली। ICAI ने इंदिरा गांधी इन्डोर स्टेडियम में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी देश के सभी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को सम्बोधित हुए कहा कि जैसे डॉक्टर समाज के व्यक्ति के शारीरिक स्वस्थ की चिंता करते हैं वैसे ही सीए पर समाज और व्यक्ति के आर्थिक स्वस्थ की जिम्मेदारी होती है।
समाज की आर्थिक व्यवस्थाएं स्वस्थ रहें उनमें गलत चीजों का प्रवेश ना हो इसकी जिम्मेदारी आपका काम है। मानव जीवन में अर्थ व्यवस्था का सही आचरण कैसा है मार्ग दिशा दिखाने का काम आप सभी का है। मेरी और आपकी देश भक्ति में कोई कमी नहीं है। जिनता मै चाहता हूं कि देश आगे बढ़े उनता ही चाहते आप भी हो। लेकिन फिर भी देश में चोरी हो रही है जिस देश में चोरी होती है वो देश कभी नहीं उठ पाता । बही को सही करने वाले मेरे साथियों कोई भी देश बड़े से बड़े संकटों से निकल सकता है। लेकिन अगर उस देश में कुछ लोगों को चोरी करने की आदत लग गई हो वो देश कभी विकास नहीं कर सकता । ऐसे कुछ लोग होते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार ने कई कड़े कदम उठाए हैं।
आज देश को नई क्रांति की जरूरत है। आजादी की लड़ाई में वकीलों ने आगे आकर देश हित में आगे आकर देश की आजादी के संघर्ष किया। आज देश को आर्थिक क्रांति की लड़ाई के लिए आपकी जरूरत है। देश को आर्थिक आजादी केवल आप दिला सकते हैं। 1947 में स्वतंत्रता के बाद आज देश आर्थिक एकीकरण के दौर से गुजर रहा है। इसमें आपकी महती भूमिका है। आज देश की आर्थिक यात्रा का नेतृत्व आप सभी को करना होगा। कालेधन और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए आपको आगे बढ़कर कमान सम्भालनी होगी। क्योंकि आप आर्थिक दूत होते हैं। क्योंकि आपका का हस्ताक्षर पीएम के हस्ताक्षर से ज्यादा महत्वपूर्ण है। क्योंकि आप जिस एकाउंट पर आपका हस्ताक्षर होता है। उस पर देश और जनता भरोषा करती है।
लेकिन उस हस्ताक्षर के बाद एक नई जिन्दगी की शुरूआत होती है। जब आप उस कम्पनी के बही पर सही करते हैं। तब कोई बुजर्ग कोई विधवा अपने सारे पैसे उस कम्पनी में लगा देती है। लेकिन जब उस कम्पनी का भेद खुलता है। तो उन गरीबों की सारी कमाई डूब जाती है। इसलिए आप सभी से आग्रह है कि उस पर जो भरोषा सवा सौ करोड़ हिन्दुस्तानी ने किया है उसे टूटने मत दीजिए। आईये ईमानदारी से देश का आर्थिक निमार्ण करे मै आपको आमंत्रित करता हूं। आप आगे कर इस क्रांति का आगाज करें।