नई दिल्ली : पाकिस्तान सेना प्रमुख को गले लगाने को लेकर विवादों में आए पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का पड़ोसी देश पाकिस्तान का मोह नहीं छूट रहा है। खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के लिए शुक्रवार को कसौली पहुंचे सिद्धू ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है।
पाकिस्तान कई मायनों में दक्षिण भारत से बेहतर
लिटफेस्ट के पहले सत्र में चर्चा के दौरान उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा को कई मायनों में दक्षिण भारत से बेहतर करार दिया। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि ‘पाकिस्तान में न भाषा बदलती है और न ही लोग बदलते हैं। जबकि दक्षिण भारत में जाने पर भाषा से लेकर खानपान तक सब कुछ बदल जाता है। आपको वहां रहने के लिए अंग्रेजी या तेलुगु सीखनी पड़ेगी लेकिन पाकिस्तान में ये जरूरी नहीं है।’
पाक सेना प्रमुख को गले लगाने पर बोले सिद्दधू
सिद्धू ने पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पाक सेना प्रमुख को गले लगाने का राज भी अपने अंदाज में खोला। उन्होंने कहा कि यह झप्पी राफेल डील की तरह नियोजित नहीं थी। यह सब कुछ अचानक ही हुआ। बातचीत के दौरान पाकिस्तान सेना प्रमुख ने सिखों के तीर्थस्थल करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने की बात कही। इसके बाद वे अपने आप को रोक नहीं पाए और उन्हें गले लगा लिया।
सिखों के लिए यह कॉरिडोर खुलना एक सपना है। जब कराची और मुंबई के बीच व्यापार संधि हो सकती है तो अमृतसर और लाहौर के बीच ये दूरियां भी मिट जानी चाहिए। सिद्धू ने लिटफेस्ट की शुरुआत शायराना अंदाज में ‘सरकारें ताउम्र यही भूल करती रहीं, धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करती रहीं’ से की।
जलियांवाला बाग टू पंजाब पर बोले सिद्धू
पहले दिन के अंतिम सत्र में पंजाब सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के इतिहास व वर्तमान पर अपने विचार रखे। उन्होंने जलियांवाला बाग टू पंजाब विषय पर अपने विचार पेश किए। इस सत्र के दौरान पंजाबी और पंजाबियत पर चर्चा की गई। सिद्धू ने पड़ोसी देश के साथ संबंध सुधारने पर भी अपनी बात रखी।